सिकन्दरपुर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। तहसील क्षेत्र के लिलकर स्थित इंक्रेडिबल पब्लिक स्कूल के प्रांगण में स्वतन्त्रता दिवस पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सर्वप्रथम विद्यालय के प्रधानाचार्य राघवेन्द्र त्रिपाठी ने राष्ट्रीय ध्वजारोहण किया एवं शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए इसके महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रधानाचार्य ने अपने सम्बोधन में कहा कि आजादी के 78वें वर्ष में हमारे देश ने जो विकास किया है। उससे यह साबित होता है कि हम निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर हैं। आज हमारा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा हैं। यह महोत्सव भारत के लोगों को समर्पित है, जिन्होंने भारत को अपनी विकासवादी यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके पश्चात् विद्यालय के बच्चो द्वारा विभिन्न प्रकार के मनमोहक व लोक लुभावन सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। विद्यालय के प्रबंधक अजय कुमार मिश्र ने अपने उद्बोधन में बच्चों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी तथा देश को सशक्त बनाने के लिए सभी को अपना योगदान देने की अपील की, और कहा कि यह कार्य उत्कृष्ट शिक्षा, आत्मनिर्भरता, कठिन परिश्रम एवं समर्पण से प्राप्त किया जा सकता हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि थानाध्यक्ष सिकन्दरपुर दिनेश पाठक द्वारा मां सरस्वती को दीप प्रज्वलित कर किया गया।
इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए बताया कि कैसे हमारे वीर सपूतों एवं स्वतंत्रता सेनानियों ने ब्रिटिश शासन से भारत को कैसे आजाद कराया और भारत को एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाया तथा साथ ही यह भी बताया कि बलिया क्रांतिकारियों की धरती है, जिसने मंगल पाण्डेय, चित्तू पाण्डेय जैसे अनेक वीर सपूतों को जन्म दिया। स्कूल के अध्यक्ष धनंजय मिश्रा ने अपने समापन भाषण में कहा कि शिक्षा न केवल व्यक्तिगत विकास के लिए बल्कि स्वतंत्रता के आदर्शों की रक्षा के लिए भी आवश्यक है। एक शिक्षित समाज ही स्वतंत्रता की कीमत समझ सकता है और उसे सुरक्षित रख सकता है। कार्यक्रम का संचालन शत्रुघ्न जायसवाल एवं तनमन राय द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मीडिया प्रभारी प्रज्वल राय, कल्चरल प्रोग्राम को- ऑर्डिनेटर प्रज्ञा गुप्ता एवं नीतू मिश्रा का विशेष योगदान रहा। इस अवसर पर विद्यालय के उप प्रधानाचार्य राजेश तिवारी, उप प्रधानाचार्य योगेश तिवारी, राजेश श्रीवास्तव, रनेंद्र नाथ तिवारी, तनमन राय, मिथिलेश यादव, मन्नू पटेल, आदित्य यादव, राजशेखर, नीतीश यादव, पूनम सिंह आदि शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- विनोद कुमार गुप्ता