नई दिल्ली (ब्यूरो, भारत)। ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहता हैं। इन्हे मन का कारक माना जाता है। इनकी गति बहुत ही तेज हैं। सूर्य के समान ही चंद्रमा ग्रह भी बहुत ही विशिष्ट ग्रह है। आकाश में दिखाई देने वाला सूर्य के बाद चंद्रमा एक ऐसा ग्रह है, जो सबसे बड़ा दृष्टिगोचर होता है। कुंडली में चंद्रमा का ठीक होना बहुत ही जरुरी होता हैं। जन्म कुंडली में चंद्रमा कमजोर होना बहुत ही कष्टकारी होता हैं, जिनके कुंडली में चंद्रमा ठीक नही होते है। उनको कई तरह से परेशानी होता है। इनका गति बहुत ही तेज होता हैं।
चंद्रमा को क्यों माना गया है पाताल लोक का स्वामी-
एक राशि से दुसरे राशि में गोचर करने में सवा दो से ढाई दिन लगता हैं। चंद्रमा कर्क राशि के स्वामी है तथा रोहिणी, हस्त और श्रवण नक्षत्र के स्वामी चंद्रमा होते हैं। चंद्रमा को पाताल लोक का स्वामी माना गया हैं। चंद्रमा स्त्री कारक ग्रह हैं। चंद्रमा का मित्र ग्रह सूर्य तथा बुध हैं। इनके सम ग्रह शनि, शुक्र, गुरु तथा मंगल हैं। राहु तथा केतु इनके शत्रु ग्रह होते हैं। चंद्रमा का उच्च राशि वृष राशि है तथा इनका नीच का राशि वृश्चिक हैं। यह कुंडली में चौथे भाव के स्वामी होते हैं।
जाने चंद्रमा किस तरह का हैं ग्रह-
चंद्रमा शीतल एवं शांत ग्रह हैं। इसलिए इसे मन का कारक ग्रह कहा जाता हैं। इनमे मातृत्व तथा प्रेम व प्यार समझने की शक्ति, देखरेख का दायित्व करते हैं। यह कफकारी और वायु विकार प्राकृतिक वाला ग्रह हैं।
क्या होता हैं जब चंद्रमा होता हैं कमजोर-
• चंद्रमा कमजोर होने पर व्यक्ति मानसिक रूप से बहुत ही कमजोर हो जाता हैं।
• गलत भावना में गलत निर्णय ले लेते हैं, जिसके कारण कई तरह से तकलीफ होता हैं।
• स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है तथा मानसिक बिमारी से परेशान रहते हैं।
• नींद कम लगता हैं तथा आस्थमा, जुकाम व जल से भय बना रहता हैं। व्यक्ति आत्महत्या करने की कोशिश करता हैं।
क्या हैं चंद्रमा के सामान्य उपाय-
• भगवान शिव की उपासना तथा आराधना करने से चन्द्र पीड़ा दुर होता हैं।
• सोमवार को व्रत रखने से भी चन्द्र दोष दुर होते हैं।
• पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करें या अन्य कोई नदी में स्नान करें।
• पानी के टंकी की सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
• माता पिता तथा बुजुर्ग, साधू व ब्राह्मण की सेवा करने से चन्द्र पीड़ा से निवारण होता हैं।
चंद्रमा की शांति हेतु कौन सा रत्न करें दान-
•चन्द्र दोष से पीड़ित व्यक्ति को श्वेत मोती तथा श्वेत पुखराज का दान करना चाहिए। सफेद रंग के वस्त्र बाटने तथा सफेद वस्त्र धारण करने से चन्द्रजनित पीड़ा का निवारण होता हैं।
• चांदी के अंगूठी में पांच रती का मोती जड़वा कर दाहिने हाथ के कनिष्ठका उंगली में धारण करे लाभ होगा।
चंद्रमा के शांति हेतु कौन सी सामग्री करें दान-
• चन्द्र ग्रह से सम्बंधित दान सोमवार या चन्द्र के नक्षत्र रोहिणी, हस्त या श्रवण नक्षत्र में दान करना चाहिए। दान अपने वजन के बराबर चावल, सफ़ेद वस्त्र, कपूर, चांदी, सफ़ेद चन्दन, चीनी, मोती, दही दक्षिणा सहित ब्राह्मण को शिव मंदिर में दान करना चाहिए।
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रिपोर्ट- नई दिल्ली डेस्क