सिकन्दरपुर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। स्थानीय कस्बे में नवरात्रि माह की अष्टमी को रात्रि मेले में अराजकता का माहौल बना रहा। कुछ शरारती तत्व जहां 11 बजे के करीब मेले में कई जगह मारपीट कर दिए, जिससे मेले में भदगड मच गई और देखते ही देखते महिलाए और बच्चे मेले से अपने अपने घर के तरफ भागने लगे। मिली जानकारी के अनुसार रविवार की रात दूर दराज से आए हुए लोग अपने अपने परिवार के साथ मेला घूम रहे थे पूरा कस्बा भक्ति मय वातावरण मेले का आनंद ले रहा था तभी कुछ अराजक तत्वों द्वारा मेले का माहौल बिगाड़ने की पूरजोर कोशिश की गई।
आपसी रंजिश में चार से पांच जगहों पर हुई मारपीट-
स्थानीय लोगों ने बताया कि मेला काफी शांति पूर्वक तरीके से चल रहा था, लेकिन कुछ लोगो द्वारा गुटबाजी करके आपसी रंजिश को लेकर बस स्टैंड चौराहे से लेकर न्यू मार्केट के बीच लगभग चार से पांच जगहों पर मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया, जिससे मेले में भदगड मच गई। मेले में आए हुए मेलार्थी अपने अपने घरों के लिए चल दिए। देखा जाए तो इस मामले में स्थानीय पुलिस प्रशासन की टीम मेले में बिल्कुल बौना साबित हुई। एक तरफ प्रशासन दावा कर रहा है की आराजक तत्वों से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। लेकिन रविवार की रात्रि मेले में हुई कई जगहों पर मार पीट की घटना ने पुलिस व्यवस्था की सारी पोल खोलकर रख दी है।
मारपीट की घटना से व्यापारियों में व्याप्त है डर-
स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि अगर मेला सही ढंग से न चला तो हम लोग पूरी तरह से नुकसान में चले जायेंगे। काफी मात्रा में सामान की बिक्री के लिए खरीदारी की गई है। लोगो की माने तो कुछ लडको का झुंड जो मेले में नारेबाजी करते हुए और एक साथ तेज साउंड में भोभा व हूटर बजाते हुए हूटिंग करते हुए खुलेआम देखे जा सकते है। लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा तत्काल इन लोगो पर कोई कार्यवाही नहीं किया जा रहा है, जिससे इन लोगो का मनोबल और बढ़ता जा रहा है। इस संबंध में जब थानाध्यक्ष सिकन्दरपुर दिनेश पाठक से दूरभाष पर बात करने की कोशिश की गई तो उनके द्वारा मेले में भीड़ का हवाला देते हुए फोन को काट दिया गया।
रिपोर्ट- विनोद कुमार गुप्ता