इस साल सावन के महीने में 4 सोमवार हैं, इन तिथियों में भगवान शंकर की पूजा-अर्चना करना धार्मिक दृष्टि से बहुत ज्यादा फलदायी माना गया है, आइए जानते है सावन में पड़ने वाले इन अलग-अलग सोमवार की अपनी क्या-क्या विशेषताएं हैं।
धर्म: जानिए क्यों खा़स होता है, ये सावन का पहला सोमवार
देवों के देव महादेव, भोलेनाथ कहे जाने वाले भगवान शिव का प्रिय माह सावन शुरू हो चुका है, इस पूरे महीने शिवालयों में भक्तों का जनसैलाब उमड़ा रहता है, इस महीने में सोमवार के व्रत का अपना एक अलग ही खास महत्व माना जाता है इससे जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है, ऐसी मान्यता है कि विवाहित औरतों को इस महीने में सोमवार व्रत रखने पर सौभाग्य वरदान मिलता है, इस महीने के पहले सोमवार से 16 सोमवार व्रत की शुरुआत भी की जाती है, इस महीने में मंगलवार का व्रत भगवान शिव की पत्नी देवी पार्वती के लिए किया जाता है, इसे मंगला गौरी व्रत भी कहा जाता है।
इस साल सावन के महीने में 4 सोमवार हैं, इन तिथियों में भगवान शंकर की पूजा-अर्चना करना धार्मिक दृष्टि से बहुत ज्यादा फलदायी माना गया है, आइए जानते है सावन में पड़ने वाले इन अलग-अलग सोमवार की अपनी क्या-क्या विशेषताएं हैं।
इस साल सावन के महीने में 4 सोमवार हैं, इन तिथियों में भगवान शंकर की पूजा-अर्चना करना धार्मिक दृष्टि से बहुत ज्यादा फलदायी माना गया है, आइए जानते है सावन में पड़ने वाले इन अलग-अलग सोमवार की अपनी क्या-क्या विशेषताएं हैं।
पहला सोमवार- सावन का पहला सोमवार हर दृष्टि से श्रद्धालुओं के लिए विशेष है, इसमें भगवान शिव की पूजा-आराधना से श्रद्धालुओं को बाधा से मुक्ति मिलती है, योजनाओं को पूरा करने में सफलता प्राप्त होती है।
दूसरा सोमवार- सावन मास के दूसरे सोमवार का भी विशेष महत्व है, इस साल सावन मास का दूसरा सोमवार 29 जुलाई 2019 को है, इस दिन भगवान शिव की पूजा-आराधना करने वाले का बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त होगा।
तीसरा सोमवार- सावन का तीसरा सोमवार 5 अगस्त 2019 को है, यह साधना और भक्ति के लिए सबसे उत्तम माना गया है, श्रद्धालु इस दिन भगवान शिव के मंत्रों का जाप करके मंत्र सिद्धि भी प्राप्त कर सकते हैं।
चौथा सोमवार- सावन का चौथा सोमवार 12 अगस्त 2019 को है, इस दिन भगवान शंकर की आराधना करने से आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी, वहीं, कार्यक्षेत्र और जीवन के दूसरे क्षेत्रों में आने वाली बाधाओं का भी निवारण हो जाएगा।
रिपोर्ट- बलिया ब्यूरों लोकेश्वर पाण्डेय