बलिया (ब्यूरों) राष्ट्रीय कुष्ठ उम्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद में 3 सितम्बर से 17 सितम्बर 2019 तक चलने वाले कुष्ठ रोगी खोजी अभियान के सफल संचालन हेतु मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के मिटिंग हाल में मंगलवार को प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी के.डी. प्रसाद की देखरेख में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया । इस अवसर पर राज्य कुष्ठ परामर्शदाता डा० निशान्त कुमार ने बताया कि कुष्ठ रोग की शुरुआत में पता चल जाने पर उसका पूर्ण रुप से निःशुल्क इलाज सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध है, इसके इलाज में लापरवाही से शारीरिक विकृत होने लगती है । जिला कुष्ठ अधिकारी डा० एस.के. तिवारी ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह अभियान पूरे जनपद में 3 सितम्बर से 17 सितम्बर तक चलेगा । इसके लिए जनपद में 1975 टीमों का गठन किया गया है । कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए 393 पर्यवेक्षक एवं कुल 3950 आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रीयों की नियुक्ति की गई है, 5 टीमों पर एक पर्यवेक्षक निगरानी में रहेगें । प्रत्येक टीम में एक महिला एवं एक पुरुष सदस्य होगे जो घर-घर जाकर लोगों की जांच करेगें तथा प्रत्येक दिन की रिपोर्ट नोडल अधिकारी के माध्यम से जिले पर प्रेषित की जाएगी । इसी क्रम में डीएलसी डा० आर.एन. सिंह ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य कुष्ठ मुक्त बलिया बनाना है ।
इस अवसर पर डा० शहाबुद्दीन, डा० जियाउल हक, डा० आनन्द कुमार, डा० सिद्धि रंजन, आरके सैनी ,संजीव चौबे, शम्मू सिंह, सोमेश राय सहित सभी एन.एम.एस, एन.एम.ए तथा पीएमडब्लू उपस्थित रहे।
बलिया: राष्ट्रीय कुष्ठ उम्मूलन कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ आयोजन
रिपोर्ट- संवाददाता डॉ ए०के०पाण्डेय