बलिया (ब्यूरों) नागा जी सरस्वती विद्या मंदिर इन्टर कॉलेज जीराबस्ती, बलिया में विद्या भारती के योजना अनुसार उत्सव/जयंती प्रमुख आचार्य हरेन्द्र नाथ मिश्र के देख – रेख में एवं विद्यालय के यशस्वी प्रधानाचार्य श्री ज्ञानेन्द्र कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में विद्वत परिषद का गठन किया गया जिसमें प्रस्ताव के आधार पर सर्व सम्मति से निम्नलिखित विद्वतजनों को दायित्व सौपा गया –
1- डॉ जनार्दन राय-संरक्षक
2-डॉ चंद्रशेखर पाण्डेय-अध्यक्ष
3-डॉ गणेश पाठक-उपाध्यक्ष
4-डॉ सुनील ओझा-उपाध्यक्ष
5-श्री अरविंद शुक्ल-मंत्री
6-डॉ ब्रजेश तिवारी-सह मंत्री
7-डॉ अनिल तिवारी-सह मंत्री
8-श्री अनिल पाण्डेय-सदस्य
9-श्री टुनटुन प्रसाद-सदस्य
10-श्री करुणा निधि तिवारी-सदस्य
11-पंडित विजय शरण -सदस्य
12-श्री बंटी राय -सदस्य
उक्त अवसर पर विद्वत्मण्डल को संबोधित करते हुए अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुबेछपरा, बलिया के पूर्व प्राचार्य डा० गणेश कुमार पाठक ने कहा कि विद्वतजनों का समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। विद्वतजन एक शिक्षक के रूप में, एक अभिभावक के रूप में, एक समाज सेवक के रूप में एवं एक मार्गदर्शक के रूप में बच्चों की शिक्षा से लेकर उनके जीवन निर्माण एवं समाज को दिशा प्रदान करने वाले विविध पक्षों के प्रति अपनी अहम् भूमिका निभाते हैं ।
डा० पाठक ने कहा कि आज हमारा समाज बदलता जा रहा है, हमारी संस्कृति बदलती जा रही है, हमारे रीति- रिवाज, परम्पराएँ एवं प्रथाएँ बदलती जा रही है । इन सबको पश्चिमी सभ्यता एवं संस्कृति ने भरपूर प्रभावित किया है ।यही नहीं हमारी नैतिकता, चरित्र , आचार- विचार , व्यवहार एवं ईमानदारी में भी गिरावट आई है, जिसके चलते समाज में अनेक विद्रूपताओं, विसंगतियों एवं विषमताओं का जन्म हुआ है । फलस्वरूप अनेक समस्याएँ उत्पन्न हो गयी हैं एवं समाज का विकास कुण्ठित हो गया है ।ऐसी स्थिति में विद्वत्जन ही समाज को सही दिशा प्रदान कर सकते हैं ।
विद्वत्मण्डल को डा० चन्द्रशेखर पाण्डेय, डा०-जनार्दन राय एवं हरेन्द्रनाथ मिश्र ने भी संबोधित किया । अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य जी ने भी विद्वत्मण्डल को संबोधित करते हुए सभी आगंतुकों के प्रति आभार प्रकट किया ।
रिपोर्ट- संवाददाता डॉ ए० के० पाण्डेय