सिकन्दरपुर (बलिया) मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना, इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है, वंदना कोचिंग वेलफेयर सोसायटी के छात्र-छात्राओं ने रक्षाबंधन के पूर्वसंध्या पर “भईया राखी के बंधन को निभाना” का संदेश देते हुए और हिन्दू मुस्लिम एकता और गंगा जमुनी तहजीब का शानदार परिचय देते हुए हिन्दू छात्राओ ने मुस्लिम छात्रों को राखी बांधते हुए एक दूसरे को मिठाई खिलाई और उपहार भी देकर रक्षाबंधन का त्योहार मनाया, और समाज को आपसी भाईचारे का आईना दिखाया, रक्षाबंधन के पूर्व दिवस पर नगर में स्थित वन्दना कोचिंग रक्षाबंधन पर्व मनाया गया जिसमें कुछ छात्राओं ने छात्रों की कलाई पर राखी बांधी, वहीं बच्चों को रक्षाबंधन पर्व के महत्व के बारे में विस्तार पूर्वक समझाया गया वही बच्चों को यह बताया गया की जब देश के राजा-महाराजा बात-बात पर युद्ध के लिए तैयार हो जाते थे, तब चित्तौड़ पर बहादुर शाह ने हमला किया। रानी कर्णवती विधवा थीं और उनके पास इतनी सैन्य शक्ति नहीं थी कि वे अपने राज्य की रक्षा कर सकें, तब उन्होंने हुमायूं को राखी भेजी और मदद के लिए प्रार्थना की, राखी तो हिंदुओं का पर्व है पर हुमायूं मुस्लिम था, लेकिन उसने राखी का मान रखा और कर्णवती को बहन मानकर फैसला किया कि वह उसकी मदद जरूर करेगा हुमायूं को विजय मिली और उसने पूरा शासन रानी कर्णवती के बेटे विक्रमजीत सिंह को सौंप दिया, इस दौरान छात्र छात्राओं ने राखीं के महत्व को विस्तार से जाना।
इस कार्यक्रम के दौरान मुख्य रूप से केशव चन्द्र सर, सनोज कुमार गौतम, प्रीति श्रीवास्तव, विनोद कुमार, धनंजय मिश्रा समेत वंदना वेलफेयर एजुकेशनल सोसायटी के सभी अध्यापक गण मौजूद रहे।
रिपोर्ट- विनोद कुमार गुप्ता