सिकन्दरपुर (बलिया) क्षेत्र के मुख्य बस स्टैंड नहर पर स्थित शिक्षा के क्षेत्र मे अग्रणी गंगोत्री देवी इंटर कॉलेज के प्रांगण में सोमवार को बलिया बलिदान दिवस के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन कर स्वतन्त्रता संग्राम के बलिदानियों को तिरंगें के सामने विद्यालय परिवार द्वारा भावभीनी अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रबन्धक डॉ नरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि आज से तकरीबन 73 साल पूर्व बलिया के सैकड़ों वीर क्रांतिकारियों ने अपनी जान की कुर्बानी देकर बलिया को देश की आजादी से पांच वर्ष पूर्व यानि 19 अगस्त 1942 को ही आजाद का स्वाद चख लिया था और बलिया के महान सपूत पंडित चित्तू पाण्डेय कि अगुवाई में क्रांतिकारियों ने स्वतंत्र बलिया प्रजातंत्र सरकार की स्थापना की थी, जिसका शासनाध्यक्ष पण्डित चित्तू पाण्डेय को बनाया गया था, आगे कहा कि बागी धरती बलिया के लिए आज का दिन बेहद खास है, बलिया शहर पर आधिपत्य स्थापित करने के निमित्त नेताओं ने जिले के एक छोर से दूसरे छोर तक दौरा किया, उनके आह्वान पर 19 अगस्त 1942 को ब्रिटिश सत्ता को उखाड़ फेंकने हेतु जनपद से लगभग 50 हजार क्रांतिकारियों का जन सैलाब बांसडीह से अपनी विजय पताका लिए हुए शहर में प्रवेश किया, जिले के विभिन्न तहसीलों, थानों व सरकारी इमारतों पर आधिपत्य हो जाने से सरकार पहले से ही परेशान थी, उसी समय निवर्तमान जिलाधिकारी जे.निगम तथा अन्य अधिकारियों को घेर लिया गया, श्री निगम ने स्थिति को भांपते हुए बनारस से सशस्त्र सैनिकों की मांग की थी लेकिन क्रांतिकारियों द्वारा यातायात को उखाड़ फेंकने व अवरुद्ध करने से सैनिक नहीं पहुंच सके, परिणाम स्वरूप जनपद में ब्रिटिश प्रशासन मूक दर्शक बना रहा, कलेक्टर को जब यह सूचना मिली की नगर के विभिन्न मार्गों से क्रांतिकारियों का जनसैलाब नेताओं को छुड़ाने के लिए जेल पर हमला बोलने वाला है तथा खजाने व कचहरी पर भी धावा बोलेंगे, इससे घबड़ाकर जिलाधीश व पुलिस कप्तान ने सभी राजनीतिक बंदियों को जेल से छोडऩे का आदेश दे दिया और चित्तू पाण्डेय से वार्ता के बाद जेल का फाटक खोल दिया, फाटक खुलते ही समस्त कांग्रेसीजन नारे लगाते हुए बाहर निकलकर हजारों क्रांतिकारियों में मिल गए जिनका इंकलाब जिन्दाबाद व वन्दे मातरम के पुरजोर नारों से स्वागत किया गया था।
इस कार्यक्रम मे मुख्य रूप से विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेश गुप्त, मनिंदर गुप्त, संतोष शर्मा व शेखर गुप्ता समेत विद्यालय के समस्त शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी मौजूद रहे।
रिपोर्ट- विनोद कुमार गुप्ता