चर्चा को आगे बढ़ाते हुए डॉ नरेन्द्र प्रसाद गुप्ता कहतें हैं कि प्राथमिक शिक्षा विद्यार्थियों को आधार प्रदान करती है, जो जीवन भर मदद करती है, वहीं माध्यमिक शिक्षा आगे की पढ़ाई के लिए रास्ता तैयार करती है और उच्च माध्यमिक शिक्षा पूरे जीवन में, भविष्य में आगे बढ़ने का रास्ता बनाती है, हमारी शिक्षा इस बात का निर्धारण करती है कि हम भविष्य में किस प्रकार के व्यक्ति बनेंगे, शिक्षा ही मनुष्य और पशु में अतंर बताता है क्योंकि एक पशु अज्ञानी होता है और यदि मनुष्य को शिक्षा ना प्राप्त हो तो वह भी पशु समान ही हो जाता है तथा वह सही निर्णय लेने में समर्थ नहीं होता है, आज के इस प्रतियोगी संसार में, सभी के लिए शिक्षा प्राप्त करना बहुत आवश्यक है, उच्च शिक्षा का महत्व नौकरी और अच्छा पद प्राप्त करने के लिए बहुत अधिक बढ़ गया है, उचित शिक्षा भविष्य में आगे बढ़ने के लिए बहुत से रास्तों का निर्माण करती है, यह हमारे ज्ञान के स्तर, तकनीकी कौशल और नौकरी में उच्च पद को प्राप्त करने के द्वारा हमें सामाजिक, मानसिक और बौद्धिक रुप से मजबूत बनाती है, हरेक बच्चा अपने जीवन में कुछ अलग करने का सपना रखता है, कभी-कभी कुछ माता-पिता भी अपने बच्चे को बड़ा होकर डॉक्टर, आई.ए.एस. अधिकारी, पी.सी.एस. अधिकारी, इंजीनियर या अन्य उच्च पदों पर देखना चाहते हैं। इन सभी सपनों को सच करने का केवल एक ही रास्ता है और वह है अच्छी शिक्षा।
वो विद्यार्थी जो अन्य क्षेत्रों में दिलचस्पी रखते हैं जैसे, खेल, स्पोर्ट्स, नृत्य, संगीत आदि को डिग्री, ज्ञान कौशल और आत्मविश्वास, प्राप्त करने के लिए अपनी शिक्षा के साथ जारी रखते हैं, आगे बताते हैं कि अच्छी शिक्षा जीवन में बहुत से उद्देश्यों को प्रदान करती है जैसे; व्यक्तिगत उन्नति को बढ़ावा, सामाजिक स्तर में बढ़ावा, सामाजिक स्वस्थ में सुधार, आर्थिक प्रगति, राष्ट्र की सफलता, जीवन में लक्ष्यों को निर्धारित करना, हमें सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूक करना और पर्यावरणीय समस्याओं को सुलझाने के लिए हल प्रदान करना तथा अन्य सामाजिक मुद्दे आदि ऐसे विषय हैं, जिन्हें सिर्फ समाज को शिक्षित करके ही प्राप्त किया जा सकता है, जीवन में सफलता प्राप्त करने और कुछ अलग करने के लिए शिक्षा सभी के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण साधन है। यह हमें जीवन के कठिन समय में चुनौतियों से सामना करने में सहायता करता है। पूरी शिक्षण प्रक्रिया के दौरान प्राप्त किया गया ज्ञान हम सभी और प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन के प्रति आत्मनिर्भर बनाता है। यह जीवन में बेहतर संभावनाओं को प्राप्त करने के अवसरों के लिए विभिन्न दरवाजे खोलती है जिससे कैरियर के विकास को बढ़ावा मिले। ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा के महत्व को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा बहुत से जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। यह समाज में सभी व्यक्तियों में समानता की भावना लाती है और देश के विकास और वृद्धि को भी बढ़ावा देती है।
शिक्षा के महत्व पर डॉक्टर नरेंद्र प्रसाद गुप्ता कहतें हैं कि आज के समाज में शिक्षा का महत्व काफी बढ़ चुका है, शिक्षा के उपयोग तो अनेक हैं परंतु उसे नई दिशा देने की आवश्यकता है। शिक्षा इस प्रकार की होनी चाहिए कि एक व्यक्ति अपने परिवेश से परिचित हो सके। शिक्षा हम सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक बहुत ही आवश्यक साधन है, हम अपने जीवन में शिक्षा के इस साधन का उपयोग करके कुछ भी अच्छा प्राप्त कर सकते हैं, शिक्षा का उच्च स्तर लोगों की सामाजिक और पारिवारिक सम्मान तथा एक अलग पहचान बनाने में मदद करता है, शिक्षा का समय सभी के लिए सामाजिक और व्यक्तिगत रुप से बहुत महत्वपूर्ण समय होता है, यहीं कारण है कि हमें शिक्षा हमारे जीवन में इतना महत्व रखती है, आज के आधुनिक तकनीकी संसार में शिक्षा काफी अहम है, आजकल के समय में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए बहुत तरीके सारे तरीके अपनाये जाते हैं। वर्तमान समय में शिक्षा का पूरा तंत्र अब बदल चुका है। हम अब 12वीं कक्षा के बाद दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम (डिस्टेंस एजूकेशन) के माध्यम से भी नौकरी के साथ ही पढ़ाई भी कर सकते हैं, शिक्षा बहुत महंगी नहीं है, कोई भी कम धन होने के बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रख सकता है, दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से हम आसानी से किसी भी बड़े और प्रसिद्ध विश्वविद्यालय में बहुत कम शुल्क में प्रवेश ले सकते हैं। अन्य छोटे संस्थान भी किसी विशेष क्षेत्र में कौशल को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।