रतसर (बलिया) यदि हम हमारे चारों और देखे तो ईश्वर की बनाई इस अद्भुत पर्यावरण की सुंदरता देख कर मन प्रफुल्लित हो जाता है ।पर्यावरण की गोद में सुंदर फूल, लताये, हरे-भरे वृक्षों, प्यारे – प्यारे चहचहाते पक्षी है, जो आकर्षण का केंद्र बिंदु है ।आज मानव ने अपनी जिज्ञासा और नई नई खोज की अभिलाषा में पर्यावरण के सहज कार्यो में हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया है जिसके कारण हमारा पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है ।हम हमारे दोस्तों परिवारों का तो बहुत ख्याल रखते हैं परंतु जब पर्यावरण की बात आती है तो बस गांधी जयंती, या फिर स्वच्छ भारत अभियान, के समय ही पर्यावरण का ख्याल आता है । लेकिन यदि हम हमारे पर्यावरण का और पृथ्वी के बारे में सोचेंगे तो इस प्रदूषण से बच सकते हैं।
पर्यावरण बचाने के लिए हरियाली जरूरी है इसके बाद भी पौधारोपण को लेकर लोग जागरुक नही है, इसी वजह से जिले से हरियाली दूर होती जा रही है, उक्त बातें जनऊबाबा साहित्यिक संस्था निर्झर के तत्वाधान में प्रा० विद्यालय जनऊपुर के प्रांगण में “वृक्ष धरा का भूषण, दूर करे प्रदुषण” विषयक गोष्ठी में चौकी इंचार्ज रतसर योगेन्द्र प्रसाद सिंह ने कही, उन्होंने कहा कि वृक्षों के सहारे ही हमारा जीवन चल रहा है। वृक्षों के माध्यम से ही वर्षा होती है। तापमान कम करने के लिए भी हरियाली जरूरी है। गोष्ठी में क्षेत्रीय लेखपाल राजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि शासन की तरफ से गांव में अधिक से अधिक पौधा लगाने की व्यवस्था है इसके लिए केवल इच्छाशक्ति की जरूरत है।
धनेश पाण्डेय ने कहा कि यह कितने शर्म की बात है की एक तरफ तो हम अपने पर्यावरण को स्वच्छ और सुंदर देखना चाहते हैं और दूसरी तरफ इस प्रकार के कार्यों से पर्यावरण को दूषित कर रहे हैं। जब तक हर एक व्यक्ति यह कसम नहीं खा लेता कि पर्यावरण को मुझे ही बचाना होगा और इसे स्वच्छ रखना मेरा कर्तव्य है तब तक पर्यावरण को पूर्ण रुप से बचाना मुश्किल है।
इस मौके पर विद्यालय परिसर में चौकी प्रभारी योगेंद्र प्रसाद और लेखपाल राजीव गुप्ता ने पौधारोपण कर लोंगो को जागरूक किया । बब्बन पाण्डेय, धनेश पाण्डेय, मु० इस्माईल, मु० युनूस, सहित दर्जनों ग्रामीणों ने भी पौधारोपण किया ।
बलिया: इस गांव में “वृक्ष धरा का भूषण, दूर करे प्रदुषण ” विषयक गोष्ठी का हुआ आयोजन
रिपोर्ट- संवाददाता डॉ ए० के० पाण्डेय