बलिया (ब्यूरों) “नगर गंगा सेवा समिति” की प्रथम् बैठक नगर मजिस्ट्रेट बलिया की अध्यक्षता में नगरपालिका सभागार बलिया में सम्पन्न हुई, जिसमें शासन द्वारा नामित शिक्षाविदों, पर्यावरणविदों, समाजसेवियों सहित नगरपालिका बलिया के अधिशासी अधिकारी एवं कर्मचारी सम्मिलित हुए। इस बैठक में खासतौर से शिक्षाविद् एवं पर्यावरणविद् के रूप में अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दूबेछपरा, बलिया के पूर्व प्राचार्य डा० गणेश कुमार पाठक, समाजसेवी एवं गंगाभक्त के रूपमें प्रसिद्ध परशुराम जी, अजीत कुमार दूबे, अनिल जी, विरेन्द्र जायसवाल, सूरज प्रसाद बर्नवाल, अशोक सिंह सहित नगर गंगा सेवा समिति के कार्यान्वयन से जुड़े सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए पर्यावरणविद् डा० गणेश कुमार पाठक ने कहा कि नगरपालिका सीमा के अन्तर्गत स्थित मुहल्लों, बस्तियों एवं गाँवों में ओ डी एफ की स्थिति को शासन के मंशा के अनुरूप सफल बनाना होगा। इसके लिए सबसे पहले ओ डी एफ की वास्तविक स्थिति से समिति के सदस्यों को अवगत कराना होगा ताकि तद्नुसार कार्य की पूर्णता को दिशा प्रदान की जा सके।परशुराम जी ने कहा कि नगरपालिका से निःसृत ठोस अपशिष्ट पदार्थ ( कूड़ा कचरा ) को उचित स्थान पर उचित तरीके से निस्तारण करना आवश्यक है। वर्तमान समय में गंगा स्नान मार्ग के किनारे जो कूड़ा कचरा गिराया जा रहा है, उससे इतना प्रदूषण फैल रहा है कि प्रतिदिन गंगा स्नान करन वालों को भारी संकट का सामना करना पड़ रहा है। समिति के सदस्यों ने सर्व सम्मति से इस बात को स्वीकार किया कि प्लास्टिक से छुटकारा पाना स्वास्थ्य के लिए नितान्त आवश्यक है। इसके लिए हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि हर तरह के प्रचार माध्यमों से प्लास्टिक के दुष्प्रभाव के बारे में जनजागरूकता फैलायी जाय। इसके लिए समिति के सदस्यों ने स्वयं भी रैली निकालने की पहल की। बैठक के अंत में नगरपालिका बलिया के अधिशासी अभियन्ता ने समिति की बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों के प्रति आभार प्रकट किया।
बलिया: नगर गंगा सेवा समिति की प्रथम बैठक में विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा
रिपोर्ट- संवाददाता डॉ ए० के० पाण्डेय