सिकन्दरपुर (बलिया) स्थानीय पुलिस चौकी प्रांगण मे मंगलवार को अयोध्या में मन्दिर मस्जिद विवाद मे न्यायालय के आने वाले निर्णय के दृष्टिगत किसी भी तरह का कोई भी बवाल न हो इसलिए पीस कमेटी की बैठक जिलाधिकारी हरिप्रताप शाही के नेतृत्व में सम्पन्न हुई, बैठक हिन्दू मुस्लिम समुदाय के अलावा डिजिटल वायलेंटियर एवं नगर के व्यापारी बंधु भी शामिल हुए, पुलिस ने दोनों समुदाय के लोगो से पुलिस प्रशासन का सहयोग करने की अपील की।
जिलाधिकारी ने कहा कि फूलों की नगरी सिकन्दरपुर कस्बे को भाईचारे के एक उदाहरण के तौर पर लिया जाता है और देखा जाता हैं, इसलिए कोई भी व्यक्ति अफवाह फैलाते मिला या किसी के भी वाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर पर कोई अफवाह पोस्ट किया जाता है तो उस उस ग्रुप के एडमिन एवं पोस्ट करने वाले के विरुद्ध जरूरी व ठोस कार्यवाही की जाएगी, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने कहा कि न्यायालय द्वारा जो भी निर्णय आएगा एक पक्ष में या दूसरे पक्ष में उसे उत्साहित या निराश होने की जरूरत नहीं है, फैसला जो भी हो वह हमें सहर्ष स्वीकार करना चाहिए, सर्वोच्च न्यायालय से बड़ी कोई अदालत नहीं है जो भी फैसला होगा, हमें स्वीकार करना है, आगे पुलिस अधीक्षक ने अपने संबोधन में सिकन्दरपुर की जनता के आपसी सद्भाव व गंगा जमुनी तहजीब की भी सराहना की।
उपजिलाधिकारी सिकंदरपुर अन्नपूर्णा गर्ग ने कहा कि जो सर्वोच्च न्यायालय का फैसला है वह सब का फैसला होता है, सोशल मीडिया पर चाहे वह फेसबुक हो व्हाट्सएप हो या अन्य कोई प्लेटफार्म हो कोई भी भ्रामक व भड़काऊ मैसेज फॉरवर्ड न करें, किसी भी प्रकार के भ्रम और बहकावे से दूर रहें, आगे कहा कि मैं चाहती हूं कि गंगा जमुनी तहजीब वाली ये फूलों की नगरी सदैव इसी तरह महकती रहे।
इस दौरान बैठक मे मुख्य रूप से क्षेत्राधिकारी पवन कुमार, एसएचओ बालमुकुंद मिश्रा, चौकी प्रभारी अमरजीत यादव, ईओ संजय राव, नगर चेयरमैन रविंदर वर्मा, विधायक प्रतिनिधि अंजनी यादव, संजय जयसवाल, प्रयाग चौहान, गणेश सोनी, भीष्म चौधरी, मुन्ना मेम्बर, घनश्याम मोदनवाल, बिट्टू पाण्डेय, डा० उमेश चंद्र, लालबचन प्रजापति, जयराम पांडे, राजू पांडेय व सुरेश सिंह आदि लोग मौजूद रहे, बैठक का संचालन प्रभारी निरीक्षक सिकन्दरपुर बालमुकुंद मिश्रा ने किया।
रिपोर्ट- संवाददाता निखिलेश्वर भाष्कर