वैसे तो अपने नॉलेज को अपडेट करने के लिए आवश्यक है डिटेल में पढ़ना, लेकिन परीक्षा के नजदीक समय में सिलेबस के अकॉर्डिंग पढ़ें और परीक्षा के पहले क्लास में जो इंपॉर्टेंट टॉपिक डिसकस किए जाते हैं उन्हें जरूर पढ़ें और याद करें। इसके बाद परीक्षा के पैटर्न को समझना जरूरी है इसके लिए परिक्षार्थी पुराने पेपर और सैंपल पेपर्स की मदद ले सकते हैं।
विद्यालय की प्रधानाचार्या सुधा पाण्डेय ने बताया कि परिक्षार्थी हर विषय के अपने छोटे-छोटे नोट्स बनाएं और कॉन्सेप्ट को क्लियर करें। सबसे हटकर स्टूडेंट के लिए आवश्यक है कि वे परीक्षाओं के समय पर अपने खाने-पीने का भी विशेष ध्यान रखें। खाना-पीना ना छोड़े बल्कि हेल्दी डाइट लें इसके साथ ही नींद भी पूरी होना जरूरी है। बताया कि स्टूडेंट के लिए पॉजिटिव सोच का होना भी बहुत जरूरी है। पढ़ाई के लिए टेंशन लेने की बजाए यदि परिक्षार्थी अपना ध्यान अपनी तैयारी पर फोकस करें तो उसे खुद पर कॉन्फिडेंस भी आएगा। परीक्षा की तैयारी के लिए आपको लिखने की प्रैक्टिस होनी चाहिए। केवल बोल बोल कर या मन में याद करना ही पर्याप्त नहीं है।