बलिया (ब्यूरों) गंगा की कटान से नेशनल हाईवे 31 को बचाने के लिए बाढ़ खण्ड द्वारा बनायी गयी दो परियोजनाओं को शासन ने हरी झंडी दे दी है। अब जल्द ही कार्य शुरू होने की उम्मीद है। बता दें कि गंगापुर (डगरा) से लेकर सोनार टोला रामगढ़ के बीच नदी और नेशनल हाईवे का फासला बहुत कम है। इसको देखते हुए बाढ़ विभाग ने 19 करोड़ 68 लाख 94 हजार तथा 15 करोड़ 26 लाख 32 हजार की दो परियोजना बनाकर शासन को प्रेषित की थी। लेकिन NH-31 के बचाव को बनायी गयी परियोजना को हरी झंडी नहीं मिली। इससे आक्रोशित लोगों ने कांग्रेस नेता विनोद सिंह के नेतृत्व में 17 जनवरी व 24 फरवरी 2020 को धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया। वहीं, 22 फरवरी 2020 को कांग्रेस नेता ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर अपने स्तर से प्रमुख सचिव, सिंचाई से प्रयास करने का अनुरोध किया था।
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इसमें क्षेत्रीय विधायक सुरेन्द्र सिंह ने भी अहम भूमिका निभायी। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि समय कम होने के कारण विभाग ने पूर्व की परियोजना को परिवर्तित कर दो छोटी परियोजना बनाकर शासन को पुनः प्रेषित किया, जिसे हरी झंडी मिल गयी है।
इनमें से किमी 26.900 से 27.100 के मध्य 3 करोड़ 60 लाख की तथा 27.100 से 27.450 के मध्य 3 करोड़ 20 लाख की लागत से बचाव कार्य होना है। उक्त कार्य में बालू भरे बैग के साथ ही लोहे की जाली में बोल्डर डाले जाएंगे। अधीक्षण अभियंता (बाढ़ खण्ड) भानु प्रताप सिंह ने बताया कि एनएच-31 को कटान से बचाने के लिये विभाग द्वारा बनायी गयी दोनों परियोजना मुख्य अभियंता समिति से स्वीकृत होकर शासन के पास प्रेषित की गई थी जिसे मंजूर कर लिया गया है।
रिपोर्ट- बलिया ब्यूरों लोकेश्वर पाण्डेय