दुकानों में भीड़ ना इकठ्ठा होने दे और सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखे। अनावश्यक मूल्यवृद्धि पर भी नियंत्रण बनाये रखे जिससे ग्राहक वर्ग को किसी प्रकार की असुविधा न हो। किसी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। किसी प्रकार की परेशानियों के बाबत सूचना तत्काल पुलिस को दें ताकि समय रहते निराकरण किया जा सके। प्रत्येक दुकानदार एक बाल्टी पानी, साबुन व सेनिटाइजर रखे तथा स्वयं मास्क व ग्लब्स पहने और ग्राहकों के लिए निर्धारित दूरी का स्पष्ट गोला बनाये। ऐसा ना करने वाले दुकानदारों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाई की जायेगी। बैठक में उपस्थित बर्तन व्यापारियों ने 19 मई को जारी नये रोस्टर में भी बर्तन की दुकानों का जिक्र ना होने पर घोर निराशा व्यक्त की।
वहीं जिला प्रशासन से बर्तन की दुकानों को भी खोलने की अनुमति दिये जाने की मांग की। बैठक में व्यापारी नेताओं ने कथितरूप से पुलिस उत्पीड़न का मामला उठाया और पुलिस प्रशासन से मांग किया कि लाकडाउन के आड़ में किसी व्यापारी को तंग ना किया जाय। 45 मिनट चली इस बैठक में विन्दुवार चर्चा हुई।बैठक में चौकी प्रभारी राम अवध, हेड कांस्टेबल रणजीत सिंह, रामाश्रय गुप्ता, प्रेमचंद गुप्ता, अरविंद गुप्ता, मुन्ना जी प्रसाद, नदीम अहमद, जफर हुसैन, रमेश प्रसाद गुप्ता, मृत्युंजय प्रसाद, संजय चौरसिया, पंचदेव गुप्ता, रामबाबू यादव, हलचल बर्नवाल, बैजनाथ सोनी, परशुराम सिंह सहित अन्य व्यापारी उपस्थित रहे।