पुलिस ने प्राथमिक जांच का हवाला देते हुए कहा था कि प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है। उन्होंने बताया कि किसी भी शवों पर चोट के कोई निशान नहीं हैं और पोस्टमार्टम के बाद ही असली वजह की पूरी जानकारी मिलेगी। सूत्रों ने बताया कि घर के प्रमुख ने अपने एक दोस्त को थैले बनाने वाली इकाई में यह कहते हुए बुलाया था कि मेरे पास कुछ ज्यादा काम आ गया है। जबकि वह किसी अन्य स्थान पर काम करता था। उन्होंने बताया कि फिलहाल आत्महत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है जिसे आगे जांच के अनुसार बदला जा सकता है। 48 वर्षीय व्यक्ति करीब 20 साल पहले पश्चिम बंगाल से यहां आया था और यहीं पर बस गया था।
रिपोर्ट- वारंगल डेस्क