“अपहरणकर्ता बच्चे को वाराणसी से किडनैप करके ले जा रहें थें बिहार, किडनैपर्स को चकमा देकर कार से उतर कर भागा बच्चा”
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बलिया (उत्तर प्रदेश) जिले में एक बच्चा अपनी बहादुरी और समझदारी से अपहरणकर्ताओं को चकमा देकर भाग आया। और सीधा पड़ोस के गांव में पहुंच गया। अपहरणकर्ता उसे वाराणसी से किडनैप करके बिहार ले जा रहे थे। जहां से वह कार से कूदकर भाग आया। किडनैपर्स वाराणसी से सोमवार को 12 साल के छात्र को अगवा कर बिहार ले जा रहे थे। जैसे ही सुरेमनपुर रेलवे क्रासिंग बंद होने पर अपहरणकर्ताओं की कार रुकी तो बच्चा मौका देख उनके चंगुल से भागकर बलिया जिले के रेवती थाना क्षेत्र के श्रीनगर गांव में पहुंच गया। वहां ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस उसे थाना ले गई और मंगलवार को सुबह थाना पहुंचे पिता बच्चे को साथ लेकर वाराणसी रवाना हो गए।
जानकारी के अनुसार, बलिया जिले के रेवती थाने के प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार सिंह व अपहर्ताओं के चंगुल से भागे बच्चे के अनुसार आजम खां (12) पुत्र सफी अहमद जौनपुर जिले के ग्राम उदपुर पोस्ट हरीपुर थाना जलालपुर का निवासी है। इस समय वह माता-पिता के साथ पांडेयपुर (वाराणसी) में रहता है। वह वाराणसी सिटी कान्वेंट स्कूल में कक्षा चार का छात्र है। आजम ने बताया कि वह सोमवार की सुबह करीब छह बजे घर से किसी काम के लिए बाहर निकला। वह घर से कुछ ही दूर गया था कि अचानक एक कार आकर रुकी। कार में चालक के अलावा दो और लोग भी थे। उन्होंने जबरदस्ती कार में बैठा लिया।
दिनभर चलने के बाद कार सोमवार की देर शाम सुरेमनपुर रेलवे क्रासिंग पर पहुंची। उस समय रेलवे गेट बंद था, जिसके चलते वैन रुक गई। इस बीच कार में सवार एक व्यक्ति के मोबाइल पर फोन आया। अपहरणकर्ता बच्चे का हाथ छोड़कर बात करने में व्यस्त हो गए थे। इसी बीच वह दरवाजा खोल कूद गया और भाग निकला। भागते-भागते वह श्रीनगर गांव में पहुंच गया। वहां ग्रामीणों ने पूछताछ कर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस बच्चे को थाने ले आई। प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि बच्चे से पूछताछ के बाद पराउगंज जौनपुर पुलिस चौकी को सूचित किया गया। वहां की पुलिस से सूचना पाकर मंगलवार सुबह बच्चे के पिता थाना रेवती पहुंचे। ऑपरेशन मुस्कान के तहत आवश्यक कार्रवाई के बाद आजम को पिता के सुपुर्द कर दिया गया।
रिपोर्ट- बलिया ब्यूरो लोकेश्वर पाण्डेय