“नवजात बच्ची की हत्या कर उसे शिव मंदिर प्रांगण में फेंकने वाले दंपती को पुलिस ने किया गिरफ्तार”
“नवजात बच्ची की हत्या कर उसे शिव मंदिर प्रांगण में फेंकने वाले दंपती को पुलिस ने किया गिरफ्तार”
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भोपाल (ब्यूरो)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पांच दिन पहले नवजात बच्ची की हत्या कर उसे शिव मंदिर प्रांगण में फेंकने वाले दंपती को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, बच्ची की नानी ने ही अपनी बेटी के अवैध संबंध की बात छिपाने के लिए डिलीवरी के बाद नवजात की सर्जिकल ब्लेड और चाकू से हत्या कर दी थी। इसके बाद बच्ची के शव को नाना ने अयोध्या नगर जी-सेक्टर स्थित मंदिर प्रांगण में ले जाकर रख दिया था। आशा कार्यकर्ताओं और सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंची और इस अंधे कत्ल का खुलासा करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया। अयोध्या नगर पुलिस ने 28 सितंबर की सुबह शिव मंदिर प्रांगण से नवजात बच्ची का शव बरामद किया था। शव को एक कपड़े में लपेटकर फेंका गया था। बच्ची के शरीर पर नुकीली वस्तु के घाव थे। शव पर स्ट्रीट डॉग द्वारा नोंचे जाने के भी निशान थे। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की थी। एएसपी राजेश सिंह भदौरिया के अनुसार, पुलिस ने चार दिन की छानबीन के बाद एल सेक्टर, अयोध्या नगर बस्ती से 55 वर्षीय एक महिला और 58 वर्षीय उसके पति को गिरफ्तार किया है। महिला ने अपनी बेटी के अवैध संबंध छिपाने के लिए उसकी घर में डिलीवरी कराई और बाद में सर्जिकल ब्लेड और चाकू से नवजात बच्ची की हत्या कर दी थी।
महिला के पति ने बच्ची का शव मंदिर प्रांगण में ठिकाने लगाया था। एएसपी भदौरिया ने बताया कि आरोपी दंपति छह महीने पहले तक अयोध्या नगर जी सेक्टर में किराए के मकान में परिवार के साथ रहते थे। इस दौरान उनकी 19 वर्षीय बेटी की पहचान मूलत: रायसेन निवासी बहादुर यादव से हुई थी। बहादुर ने जनवरी में बहला फुसलाकर उससे शारीरिक संबंध बनाए थे, जिससे वह गर्भवती हो गई थी। जून में पेट में दर्द होने पर परिजनों को इस बात का पता चला। डॉक्टर ने जान को खतरा बताते हुए गर्भपात करने से इनकार कर उन्हें सुल्तानिया अस्पताल जाने की सलाह दी थी। इसके बाद महिला ने बेटी को लोगों की नजर से बचाने के लिए उसे अलग झुग्गी में तीन महीने तक रखा। आरोपी महिला, दाइयों के साथ डिलीवरी कराने जाती थी।
उसकी बेटी को 27 सितंबर की रात जब प्रसव पीड़ा हुई तो महिला ने रात एक बजे झुग्गी में डिलीवरी करा दी। इसके बाद उसने ब्लेड से बच्ची के शरीर पर 6-7 घाव किए, लेकिन जब बच्ची को कुछ नहीं हुआ तो उसने सर्जिकल चाकू मार दिया। सुबह चार बजे बच्ची ने आखिरी सांस ली तो महिला ने लेडीज शॉल में उसका शव लपेटकर अपने पति को ठिकाने लगाने के लिए दे दिया। एएसपी के अनुसार आरोपियों की तलाश के लिए पांच टीम लगाई गईं थीं।
रिपोर्ट- भोपाल डेस्क