“पति की लंबी उम्र की कामना के लिए ये व्रत करती हैं महिलाएं, अपनी राशि के अनुसार श्रृंगार करें तो करवा महारानी की आप पर होगी अपार कृपा”
“पति की लंबी उम्र की कामना के लिए ये व्रत करती हैं महिलाएं, अपनी राशि के अनुसार श्रृंगार करें तो करवा महारानी की आप पर होगी अपार कृपा”
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नई दिल्ली (ब्यूरो)। करवा चौथ का व्रत सुहागिन औरतें पति की लंबी उम्र की कामना के लिए करती हैं। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर रात में चांद देखने के बाद ही पारण करती हैं। ये व्रत सूर्योदय से पहले शुरू होता है जिसे चांद निकलने तक रखा जाता है। इस व्रत के नियम काफी कठिन होते हैं। इस बार का महापर्व करवाचौथ कई अच्छे संयोग लेकर आ रहा है। इस बार करवा चौथ पर सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ-साथ शिवयोग, बुधादित्य योग, सप्तकीर्ति, महादीर्घायु और सौख्य योग भी बन रहे हैं। शास्त्रों में इन योगों के महत्व में विस्तृत जानकारियां दी गई हैं। ये सभी योग बहुत ही महत्वपूर्ण हैं और इनसे इस करवा चौथ की महत्ता और भी बढ़ जाती है। खास तौर पर सुहागिनों के लिए यह करवा चौथ अखंड सौभाग्य देने वाला होगा। इस बार करवा चौथ कथा और पूजन का शुभ मुहूर्त 5:34 बजे से शाम 6:52 बजे तक है। इस बार करवा चौथ पर अपनी राशि के अनुसार श्रृंगार करें तो करवा महारानी की आप पर अपार कृपा होगी। आइए आपको बताते हैं कि किस राशि के लिए कौन सा रंग और कैसा श्रृंगार आपके लिए शुभ रहेगा। आइये आपको बताते हैं करवा चौथ के व्रत में क्या नहीं करना चाहिए और किन चीजों का बारीकी से ध्यान रखना जरूरी है।
किसी और महिला को न दें श्रृंगार की चीजें-
करवा चौथ पर सुहागिन औरतें श्रृंगार करती हैं। इस दिन 16 श्रृंगार करने का विधान है। शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन सुहाग और श्रृंगार का सामान किसी दूसरी महिला को नहीं देना चाहिए। आप चाहें तो सुहाग की नई चीजें किसी को दान कर सकती हैं, जिससे पुण्य मिलता है।
सरगी के अलावा कुछ न खाएं-
सास की दी गई सरगी करवा चौथ पर शुभ मानी जाती है। व्रत शुरू होने से पहले सास अपनी बहू को कुछ मिठाइयां, कपड़े और श्रृंगार का सामान देती हैं। सरगी का भोजन करें और भगवान की पूजा करके निर्जला व्रत का संकल्प लें।
न पहनें सफेद या काले रंग के कपड़े-
पूजा-पाठ में भूरे और काले रंग को शुभ नहीं माना जाता है। हो सके तो इस दिन लाल रंग के कपड़े ही पहनें क्योंकि लाल रंग प्यार का प्रतीक माना जाता है। आप चाहें तो पीले वस्त्र भी पहन सकते हैं।
सोते सदस्य को न उठाएं
खुद न सोने के अलावा इस दिन महिलाओं को घर के किसी भी सोते हुए सदस्य के उठाना नहीं चाहिए। हिंदू शास्त्रों के अनुसार करवा चौथ के दिन किसी सोते हुए व्यक्ति को नींद से उठाना अशुभ होता है।
महिलाओं को नहीं करना चाहिए पति से झगड़ा या अपमान-
व्रत करने वाली महिलाओं को अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए। महिलाओं को घर में किसी बड़े का अपमान नहीं करना चाहिए। शास्त्रों में कहा गया है कि करवा चौथ के दिन पत्नी को पति से बिल्कुल झगड़ा नहीं करना चाहिए।
बचें इन चीजों से-
करवा चौथ का व्रत रखने वाली महिलाओं को नुकीली चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। सुई-धागे का काम न करें। कढ़ाई, सिलाई या बटन लगाने का काम आज के दिन न ही करें तो अच्छा है।
देर तक न सोएं-
करवा चौथ के दिन देर तक न सोएं, क्योंकि व्रत की शुरुआत सूर्योदय के साथ ही हो जाती है। दिन के समय भी नींद लेने से बचें। स्नान के बाद पूजा करें, कथा सुनें और शाम के वक्त चांद देखने के बाद भोजन ग्रहण करें।
किन्हें रखना चाहिए व्रत-
करवा चौथ का व्रत केवल सुहागिन या ऐसी महिलाएं ही कर सकती हैं जिनका रिश्ता हो गया है। पति या मंगेतर के लिए किया गया व्रत बेहद फलदायी माना जाता है।
रिपोर्ट- नई दिल्ली डेस्क