“समाज को एक नई दिशा देने के कार्य मे मशगूल डॉ पंकज मिश्रा ने फिर एक बार सभी प्रकार के शुभ आयोजनों मे भोजपुरी के नाम पर परोसे जा रहे अश्लील गानों व आधुनिक प्रतिष्ठा के नाम पर परोसें जा रहें शराब के सेवन को लेकर फिर एक बार बुलंद की अपनी आवाज़”
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सिकन्दरपुर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। तहसील क्षेत्र स्थित रुद्रवार गांव के युवा समाज सेवी डॉ पंकज मिश्रा आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। समय समय पर समाज के बीच अनेकानेक विषयों पर समाज की चेतना को जागृत कर समाज को एक नई दिशा देने के कार्य मे मशगूल डॉ पंकज मिश्रा ने फिर एक बार सभी प्रकार के शुभ आयोजनों मे भोजपुरी के नाम पर परोसे जा रहे अश्लील गानों व आधुनिक प्रतिष्ठा के नाम पर परोसें जा रहें शराब के सेवन को लेकर फिर एक बार अपनी आवाज़ बुलंद की हैं। समूचे समाज से अपील करते हुए कहा डॉ पंकज ने कहा कि किसी के भी घर में कोई भी शुभ कार्यक्रम का आयोजन करे तो इसमें भोजपुरी अश्लील गाने और आधुनिक प्रतिष्ठा का विषय बने शराब पर पूरी तरह से रोक लगाए। कहा कि ऐसे आयोजनों मे घर के अभिवावक व समाज सेवा के क्षेत्र से जुड़े समाजसेवियों को इसके लिए पुरजोर पहल करनी चाहिए।
क्योंकि अश्लील भोजपुरी गाने व शराब का सेवन हमारे संस्कार, संस्कृति व हमारी पीढियों के लिए बहुत ही हानिकारक है। कहा कि शुभ आयोजनों में लगभग हर व्यक्ति अपने पूरें परिवार के साथ जाता है। ऐसें मे वहां पर बज रहें अश्लील गाने सुनकर परिवार व बच्चों के साथ शामिल व्यक्ति बेहद ही शर्मिंदगी महसूस करता है, यें सब हमारे संस्कृति के बिल्कुल ही विपरित है। डॉ मिश्रा ने कहा कि वैवाहिक कार्यक्रमों के सीजन मे रोड एक्सीडेंट, बिना वजह झगड़े व अराजकता होने का मुख्य कारण है कि लोग शादी की खुशी में जमकर शराब का सेवन करते हैं, जिसके चलते बड़ी बड़ी घटनाएं घटित हो जाती हैं और खुशी का माहौल एकदम ही गम में तब्दील हो जाता है। डॉ पंकज मिश्रा ने आम लोगों व समाज के प्रबुद्ध लोगों से अपील की है कि आप सभी लोग खुलकर सामने आए और अपने संस्कार और संस्कृति को बचाने की दिशा मे काम करें ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियां इस मानसिक विकृति का शिकार ना हो।
रिपोर्ट- विनोद कुमार गुप्ता