“महामारी के इस दौर में हम ख़ुद और अपनो को कैसे बचाएं और कैसे सुरक्षित रखें इसके लिए तमाम तरह की जानकारी, सुझाव और सलाह मौजूद हैं। लेकिन क्या हर सलाह आपके लिए फ़ायदे की है? ये ज़रूरी भी नहीं”
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सिकन्दरपुर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से हमारे जीवन में व्यापक बदलाव आए हैं। ना केवल हमारे निजी जीवन पर बल्कि हमारे रिश्तों पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ा है। लेकिन महामारी के इस दौर में हम ख़ुद और अपनो को कैसे बचाएं और कैसे सुरक्षित रखें इसके लिए तमाम तरह की जानकारी, सुझाव और सलाह मौजूद हैं। लेकिन क्या हर सलाह आपके लिए फ़ायदे की है? ये ज़रूरी भी नहीं। इस बारे में हमने नगर के वरिष्ठ फिजीशियन व सर्जन डॉ आशुतोष गुप्ता से खास बातचीत मे इस विषय पर विस्तार से बात की। इस बातचीत मे डॉ आशुतोष गुप्ता ने विभिन्न प्रकार की अहम जानकारी व सुझाव दिए, जिसे अपनाकर आप वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बच सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ दूसरों को भी ये जानकारी देकर वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बारे में जागरूक कर सकते हैं, जो आम लोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगा। हम खुद को इस बीमारी से कैसे सुरक्षित रखें इस बारे में जानकारी देते हुए डॉ आशुतोष गुप्ता ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक़, कोरोना वायरस से ख़ुद को सुरक्षित रखने का सबसे बेसिक और महत्वपूर्ण उपाय है कि हम सफ़ाई से रहें, साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखना सबसे ज़रूरी है।
अपने हाथों को समय-समय पर धोते रहें। समय- समय पर साबुन और पानी से हाथ धोएं या आप चाहें तो एक अल्कोहॉल बेस्ड सैनेटाइज़र भी इस्तेमाल कर सकते हैं। सैनेटाइज़र को हाथों पर अच्छी तरह लगाएं। इससे अगर आप के हाथ पर वायरस मौजूद हुआ भी तो समाप्त हो जाएगा। अपनी आंखों को छूने से बचें, नाक और मुंह पर भी हाथ लगाने से बचें। हम अपने हाथ से कई सतहों को छूते हैं और इस दौरान संभव है कि हमारे हाथ में वायरस चिपक जाए। अगर हम उसी अवस्था में अपने नाक, मुंह और आंख को छूते हैं तो वायरस के शरीर में प्रवेश की आशंका बढ़ जाती है। हम वायरस को फैलने से कैसे रोक सकते हैं इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि अगर आप छींक रहे हैं या फिर खांस रहे हैं तो अपने मुंह के सामने टिश्यू ज़रूर रखें और अगर आपके पास उस वक़्त टिश्यू ना हो तो अपने हाथ को आगे कर कोहनी की ओट में छीकें या खांसें। अगर आपने कोई टिश्यू इस्तेमाल किया है तो उसे जितनी जल्दी हो सके डिस्पोज़ कर दें। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो इसमें मौजूद वायरस दूसरों को भी संक्रमित कर सकते हैं। यही वजह है कि लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने को कहा जा रहा है।
सोशल डिस्टेंसिंग के तहत लोगों को एक-दूसरे से कम से कम दो मीटर दूर रहने की सलाह दी गई है। इसके अलावा बहुत सी जगहों पर लोगों को सलाह दी गई है कि वे अपने घरों में ही रहें और जब तक बहुत ज़रूरी ना हो घर से बाहर बेवजह ना निकलें। ताकि संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से बचा जा सके। इन सबके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि यह बेहद ज़रूरी है कि लोग हैंडशेक करने से परहेज़ करें और इसके बजाय ‘सेफ़-ग्रीटिंग’ जैसे नमस्ते या फिर कोहनी के इस्तेमाल या दूसरे तरीक़े से अभिवादन करें। क्या ग्लव्स और मास्क कारगर हैं इसका जवाब देतें हुए उन्होंने बताया कि अगर आप किसी ऐसे मास्क का इस्तेमाल करते हैं जो एकदम साधारण है और जिसे आपने सुपर मार्केट से ख़रीदा था, तो वो आपके लिए मददगार नहीं होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि ये मास्क बहुत ढीले होते हैं और इससे आंखों को सुरक्षा नहीं मिलती है। साथ ही इन्हें बहुत लंबे वक़्त तक इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। हालांकि अगर सामने से कई संक्रमित व्यक्ति छींक देता है तो उस स्थिति में ये ज़रूर मददगार साबित होता है।
यहां ये याद रखने की ज़रूरत है कि कोरोना वायरस के जितने मामले अभी तक सामने आए हैं उनमें से बहुत से मामले ऐसे हैं जिसमें संक्रमित लोगों में कोई लक्षण नज़र नहीं आया लेकिन जब उन्हें टेस्ट किया गया तो वे पॉज़ीटिव पाए गए। ऐसे में अगर आप मास्क का इस्तेमाल करते हैं तो कोई बुराई नहीं है। ग्लव्स की बात करें तो विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, अगर आप ग्लव्स का इस्तेमाल करते हैं तो इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि आप कोरोना वायरस से बच जाएंगे। लेकिन इसका दूसरा पहलू ये भी है कि नंगे हाथ से चेहरा छूना ख़तरनाक साबित हो सकता है। बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि रोज़ाना साबुन से हाथ धोते रहना ग्लव्स की तुलना में कहीं अधिक सुरक्षित और कारगर है।अगर मुझे संक्रमण हो जाए तो मुझे ये कैसे पता चलेगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण का प्रमुख लक्षण बुखार और सूखी खांसी आना है। अगर आपको ये दोनों लक्षण नज़र आ रहे हैं तो बेशक आपको सावधान होने की ज़रूरत है। इसके अलावा गले में ख़राश, सिर दर्द, डायरिया जैसे लक्षण भी कुछ मामलों में पाए गए हैं। कुछ मामलों में लोगों ने शिकायत की है कि उनके मुंह का स्वाद भी चला गया। कुछ ने गंध ना महसूस होने की भी शिकायत की है। हालांकि कई मामलों में मरीज़ों में, कोरोना संक्रमण का कोई लक्षण नहीं देखा गया है।
इस महामारी के दौरान अपने मानसिक स्वास्थ्य को कैसे बेहतर बनाए रखें, इस बारे में जानकारी देते हुए डॉ आशुतोष गुप्ता ने कहा कि इस बात में रत्ती भर भी शक नहीं है कि महामारी के इस दौर में मानसिक तनाव हो सकता है। हो सकता है कि आपको बेचैनी महसूस हो रही हो, आप तनाव महसूस कर रहे हों, परेशान हो रहे हों, दुखी हों, अकेला महसूस कर रहे हों। इसके लिए ब्रिटिश नेशनल हेल्थ सर्विस ने दस टिप्स दिए हैं जिससे आप अपने मानसिक स्थिति को बेहतर बनाए रख सकते हैं। अपने दोस्तों और परिवार के लोगों के साथ फ़ोन, वीडियो कॉल या फिर सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क में बने रहें। उन चीज़ों के बारे में बात करते रहें जिससे आपको परेशानी हो रही हो। दूसरे लोगों को भी समझने की कोशिश करें। अपनी नई दिनचर्या को व्यवहारिक तरीक़े से प्लान करें। अपने शरीर का ध्यान रखें। नियमित व्यायाम और ख़ान-पान का भी ध्यान रखें। आप जहां से भी जानकारियां ले रहे हों वो क्रेडिबल सोर्स हो और इस महामारी के बारे में बहुत अधिक ना पढ़ें। अपने व्यवहार को अपने नियंत्रण में रखें। अपने मनोरंजन का भी पूरा ध्यान रखें। वर्तमान पर फ़ोकस करें और यह याद रखें कि यह समय चिर-स्थायी नहीं है। अपनी नींद को किसी भी तरह से बाधित ना होने दें।
रिपोर्ट- विनोद कुमार गुप्ता