“एसडीएम सदर व ईओ सीमा राय की गाड़ियां बिना किसी पूर्व सूचना के जैसे ही पंचायत भवन पर पहुंची, आम जनमानस का लग गया तांता”
हालांकि एसडीएम राजेश यादव ने वर्तमान व्यवस्था से कहीं बेहतर सिन्धुघाटी की नगरीय व्यवस्था को बतलाया। विनय सिंह एवं प्रमोद गोंड ने नगर की चरमराई विद्युत व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए कहा कि नगर के लिए 250 केवीए का ट्रान्सफारमर सांसद निधि से मंजूर होने के बावजूद अधर में लटका है।लेखपाल संतोष सिंह को इसके लिए भूमि चिन्हित करने का निर्देश मिला। आमजनों के बीच से सूअर बाड़ा, सुलभ शौचालय व मनरेगा मे काम मिलने जैसे मुद्दे भी सामने आए। इसी बीच क्रय केन्द्र पर गेहूँ खरीद में हेराफेरी एवं लापरवाही के लिए किसान नेता की शिकायत पर सोसाइटी इंचार्ज ओमप्रकाश सिंह ऊर्फ मूसन सिंह को कड़े निर्देश भी मिले।शिकायत करते थक चुकी जनता को भले ही बैठक में हुई मौखिक चर्चा पर विश्वास न हुआ हो पर ईओ एवं एसडीएम के सकारात्मक सोच से लगा कि रतसर नगर पंचायत में विकास की गंगा जरूर बहेगी। इस प्रकार के मौखिक ही सही पर नवसृजित नगर पंचायत के ज्वलंत मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा से आम जनमानस में यह आस जगी है कि अब रतसर नगर पंचायत का विकास होकर रहेगा।