झारखंड विधानसभा चुनाव में धनबाद के झरिया विधानसभा क्षेत्र से उत्तर प्रदेश में बलिया के बैरिया क्षेत्र की दो बहुएं हैं आमने-सामने, एक ही परिवार की हैं भाजपा प्रत्याशी रागिनी सिंह और कांग्रेस प्रत्याशी पूर्णिमा सिंह, पिछले चुनाव में रागिनी सिंह ने संजीव सिंह को दी थीं मात, इस बार फिर दोनों देवरानी-जेठानी के बीच हैं कड़ा मुकाबला
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बैरिया क्षेत्र की दो बहुएं आमने सामने
बैरिया (ब्यूरो डेस्क)। झारखंड के विधानसभा चुनाव में धनबाद जनपद के झरिया विधानसभा क्षेत्र से बलिया के बैरिया क्षेत्र की दो बहुएं आमने सामने हैं। दोनों प्रत्याशी क्षेत्र के गोनिहया छपरा गांव निवासी एक ही परिवार की हैं।
एक बीजेपी से तो दूसरी कांग्रेस से मैदान में
भाजपा प्रत्याशी रागिनी सिंह बैरिया के पूर्व विधायक विक्रम सिंह के बड़े भाई झरिया के पूर्व विधायक सूर्य देव सिंह के बेटे एवं पूर्व विधायक संजीव सिंह की पत्नी हैं जबकि पूर्व विधायक विक्रम सिंह के छोटे भाई राजन सिंह के बेटे स्व.नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा सिंह कांग्रेस प्रत्याशी हैं।
एक हत्या से बन गए एक दूसरे के दुश्मन
इस समय वह कांग्रेस से ही झरिया विधानसभा से विधायक भी हैं। स्वर्गीय नीरज सिंह की हत्या के बाद उनका परिवार और संजीव सिंह आमने-सामने आ गए थे। हत्या के मामले में इस समय संजीव सिंह जेल में हैं। पिछले चुनाव में रागिनी सिंह ने संजीव सिंह को चुनाव में हराकर झरिया सीट पर कब्जा जमा लिया था।
क्षेत्र में खूब छिड़ी हुई हैं सियासी बहस
अब इस बार फिर देवरानी रागिनी सिंह और जेठानी पूर्णिमा सिंह झरिया विधानसभा सीट को प्रतिष्ठा बनाकर मैदान में ताल ठोंक रही हैं। दोनों बहुओं को चुनाव मैदान में आमने-सामने होने को लेकर बैरिया क्षेत्र में खूब सियासी बहस छिड़ी हुई है। परिणाम तो अभी भविष्य के गर्त में है लेकिन सियासी दिग्गज प्रतिदिन दोनों प्रत्याशियों को जीता हरा रहे हैं।
14 वर्ष की उम्र में बिहार चले गए थे सूर्यदेव सिंह
बैरिया के गोनिहया छपरा के देववंश सिंह,सूर्यदेव सिंह,विक्रम सिंह,बच्चा सिंह, राजन सिंह, रामधीर सिंह छह सगे भाइयों का सियासी किला बहुत मजबूत रहा है। विक्रम सिंह और रामधीर सिंह को छोड़ चार भाइयों का स्वर्गवास हो चुका है। बताते हैं कि सूर्य देव सिंह चौदह वर्ष की अवस्था में ही बिहार चले गए थे। वह लगातार सात बार धनबाद से विधायक निर्वाचित होते रहे। रामधीर सिंह जहां बलिया के जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं तो उनकी पत्नी इंदु देवी धनबाद की मेयर रह चुकी हैं। बच्चा सिंह झारखंड में मंत्री भी रह चुके हैं जबकि विक्रम सिंह बैरिया के विधायक थे। इनको छोड़ चार भाइयों का परिवार पिछले 70 साल से झारखंड में ही रह रहे हैं। वर्तमान में उनकी पुत्र वधु मधु सिंह बैरिया की ब्लाक प्रमुख हैं।
हत्या के बाद दो भाइयों का परिवार आमने सामने
राजन सिंह के बेटे नीरज सिंह की हत्या के बाद दो भाइयों का परिवार आमने-सामने हो गया। पूर्व विधायक सूर्य देव के बाद उनकी पत्नी कुंती सिंह झरिया विधान सभा की विधायक रहीं। इसके बाद उनके बेटे संजीव सिंह विधायक रहे। नीरज सिंह की हत्या में नामजद होने के बाद इन दिनों जेल में हैं तो उनकी पत्नी पूर्णिमा सिंह मैदान में हैं।
रिपोर्ट- बलिया ब्यूरो डेस्क