वैदिक पंचांग के अनुसार 12 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर शुरू होगा दशहरा, पूजा का समय होगा दोपहर 01 बजकर 17 मिनट से लेकर 03 बजकर 35 मिनट तक, इस शुभ समय में करें मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पूजा व उपासना, साथ ही करें विशेष सोना पत्ती और शमी पत्ते के कारगर उपाय
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असत्य पर सत्य की जीत का विजय पर्व दशहरा
नई दिल्ली (ब्यूरो डेस्क)। दशहरा पर्व मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम को समर्पित है। इस शुभ अवसर पर भगवान श्रीराम की पूजा की जाती है। सनातन शास्त्रों में वर्णित है कि आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को भगवान राम और रावण के मध्य युद्ध का समापन हुआ था। इस युद्ध में भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था। इस मौके पर तीनों लोक में असत्य पर सत्य की जीत का विजय पर्व दशहरा मनाया गया था। तत्कालीन समय से हर वर्ष शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि के अगले दिन दशहरा मनाया जाता है। इसके साथ ही दशहरा के दिन विशेष उपाय भी किए जाते हैं। इनमें एक सोना पत्ती बांटना है। इस उपाय को करने से धन संबंधी परेशानी दूर हो जाती है। अगर आप भी आर्थिक तंगी से निजात पाना चाहते हैं, तो दशहरा के दिन शमी और सोना पत्ती से जुड़े ये उपाय जरूर करें।
दशहरा के दिन करनें वालें यें रहें सभी उपाय
अगर आप अपने शत्रुओं पर विजय पाना चाहते हैं, तो दशहरा के दिन स्नान-ध्यान कर शमी के पौधे की पूजा करें। साथ ही शमी के पौधे को स्पर्श कर आशीर्वाद लें। इस उपाय को करने से शत्रुओं पर विजयश्री प्राप्त होती है। भगवान श्रीराम ने युद्ध से पहले शमी के पौधे की पूजा की थी।
धन संबंधी परेशानी के लिए करें यें उपाय
अगर आप धन संबंधी परेशानी से निजात पाना चाहते हैं, तो शनिवार 12 अक्टूबर यानी दशहरा के दिन शमी के पौधे की विधि-विधान से पूजा करें। इस समय क्षमा वंदन कर शमी के कुछ पत्ते तोड़कर अपनी तिजोरी में रख दें। इस उपाय को करने से आय में बढ़ोतरी होने लगती है।
आर्थिक तंगी से निजात पाने के लिए करें यें उपाय
अगर आप आर्थिक तंगी से निजात पाना चाहते हैं, तो दशहरा के शुभ अवसर पर घर के मुख्य द्वार पर सोने या आम के पत्ते का तोरण लगाएं। वहीं, पूजा के बाद सोना पत्ता अपने चाहने वालों के मध्य बांटें। इस उपाय को करने से आय और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
सभी प्रकार के संकटों से निजात पाने का उपाय
अगर आप जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के संकटों से निजात पाना चाहते हैं, तो दशहरा के दिन स्नान ध्यान के बाद नीले रंग का वस्त्र धारण करें। अब एक लोटे कच्चे दूध में काले तिल मिलाकर शमी के पौधे को अर्घ्य दें। इस उपाय को करने से अशुभ ग्रहों का प्रभाव समाप्त हो जाता है।
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रिपोर्ट- ब्यूरो डेस्क नई दिल्ली