मुख्य बाजार स्थित मां जल्पा मंदिर के समीप बने पुलिस सहायता केंद्र बूथ पर रेहड़ी व पटरी व्यवसायियों ने अवैध तरीके से अतिक्रमण करके बूथ के चारों तरफ से पुलिस बूथ पर जमाया कब्जा
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पुलिस निष्क्रियता का सबब बना यें पुलिस बूथ
सिकन्दरपुर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। फूलों की नगरी कहें जानें वाले सिकन्दरपुर नगर के मुख्य बाजार स्थित मां जल्पा मंदिर के समीप बने पुलिस सहायता केंद्र बूथ पर रेहड़ी व पटरी व्यवसायियों ने अवैध तरीके से अतिक्रमण करके बूथ के चारों तरफ से पुलिस बूथ पर अपना कब्जा जमाया हुआ है। स्थानीय पुलिस की घोर निष्क्रियता के चलते हालात यें हैं कि रेहड़ी पटरी के व्यापारी अपना माल समेत अन्य सामान भी पुलिस बूथ के अंदर ही अपना गोदाम समझ कर रखें रहतें हैं।
अतिक्रमण के चलते रोजाना ही लगता हैं जाम
अतिक्रमण के चलते हालत यह है की जल्पा चौक पर वाहनों के आने-जाने तथा बाजार में खरीदारी करने आए लोगों को भी आने जाने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी हालात यहां तक हो जाते हैं कि घंटों तक लोगों को जाम के झाम से दो चार होना पड़ता है। वही सिकन्दरपुर पुलिस द्वारा अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई ना करने के चलतें स्थानीय लोगों मे बड़े पैमाने पर आक्रोश व्याप्त है। वहीं स्थानीय लोगों का यें भी कहना है कि रेहड़ी व पटरी व्यवसायियों से पुलिस सुविधा शुल्क लेकर खुद उनकी दुकानें पुलिस बूथ के चारों तरफ लगवाती है।
स्थानीय पुलिस पर सुविधा शुल्क लेने का आरोप
लोगों का यह भी कहना है कि बाजार के बीचो बीच होने के बावजूद भी इस पुलिस बूथ सहायता केंद्र में नियमित तौर पर किसी भी पुलिस कर्मचारी की ड्यूटी नहीं लगाई जाती। स्थानीय लोगों नें विभागीय उच्चाधिकारियों से मांग कि है की जल्द से जल्द इस पुलिस बूथ को अतिक्रमणकारियों से मुक्त करा कर नियमित तौर पर पुलिस बूथ में पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी सुनिश्चित की जाए, जिससे पुलिस बूथ की मर्यादा भी बरकरार रहें।
नवरात्र के चलते बाजार में हो रही अत्यधिक भीड़
नवरात्र का समय चल रहा है ऐसे में बाजार में ग्राहकों की अच्छी खासी भीड़ चल रही हैं। वही अतिक्रमण के चलते मुख्य बाजार में भयावह जाम की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है। ऐसे में अतिक्रमण कर अपना धंधा चलाने वाले रेहड़ी पटरी व्यापारी इस जाम के झाम में और चार चांद लगा रहे हैं। स्थिति यह है कि अगर किसी भी दो पहिया या चार पहिया वाहन से इन रेहड़ी पटरी व्यवसायियों का सामान गाड़ियों से लग जाता हैं तो रेहड़ी पटरी व्यवसायी गाली गलौज व मारपीट पर भी उतर जातें हैं।
मीडिया में छपी खबरों का संज्ञान नहीं लेती पुलिस
पूर्व में इस पुलिस बूथ को लेकर कई बार मीडिया में अनेकों रिपोर्ट भी प्रकाशित हो चुकी हैं। इसके बावजूद भी सिकन्दरपुर पुलिस की आंखों में पट्टी बंधी हुई हैं तथा उनके कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहीं। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि रेहड़ी पटरी व्यवसायियों ने इस पुलिस बूथ का मजाक बना रखा हैं।
जनहित में बूथ पर पुलिस तैनाती की मांग
लोगों का कहना है कि यह मुख्य बाजार का मुख्य चौक है। यहां पर हमेशा भीड़ भाड़ रहती है। दिन भर में इस चौक से हजारों की संख्या में लोगों का आना जाना लगा रहता है। इसलिए जनहित में इस बूथ पर हमेशा पुलिस कर्मियों की तैनाती होनी चाहिए, जिससे आमजनों की सुरक्षा सुनिश्चित किया जा सकें।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर लोगों ने उठाए सवाल
इस संबंध में स्थानीय लोगों का कहना है कि सिकन्दरपुर पुलिस जब अपना पुलिस बूथ ही अतिक्रमणकारियों से मुक्त नहीं कर पा रही है, तो पूरे नगर का अतिक्रमण कहा से हटवा पाएंगी। ये अपने आप में एक बड़ा सवाल हैं, जिसका जवाब शायद इस समय देना मुश्किल होगा।
थानाध्यक्ष ने इस मामले पर कहीं यें बात
इस मामले में जब थानाध्यक्ष विकास चन्द पाण्डेय से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मुख्य बाजार होने के चलते इस पुलिस बुथ पर पुलिस कर्मियों की ड्यूटी नहीं लगाई जाती बल्कि कैमरे के माध्यम से निगरानी की जाती हैं। बूथ के अंदर रेहड़ी पटरी व्यवसायियों द्वारा अतिक्रमण व बूथ के अंदर सामान रखने को लेकर उन्होंने कहा कि बूथ के चारों तरफ रेहड़ी पटरी व्यवसायी अपना धंधा लगाते हैं, लेकिन बूथ के अंदर सामान रखने की जानकारी नहीं है, अगर बूथ के अंदर सामान रखा जाता है तो उसे खाली करा लिया जाएगा। कहा कि पुलिस बूथ के चारों तरफ से रेहड़ी पटरी वालों को यहा से हटाने के लिए नगर पंचायत व नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी से भी बात की गई पर अभी तक इसका कोई रास्ता नहीं निकल सका हैं। कहा कि अतिक्रमण हटवाने का काम सिर्फ पुलिस का ही नहीं हैं बल्कि इसमें नगर पंचायत की भी अहम भूमिका होती हैं।
रिपोर्ट- बलिया ब्यूरो डेस्क