नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि का होता है विशेष महत्व, कहते हैं इन दोनों ही दिनों यदि कुछ विशेष चीजों को घर लाया जाए तो माता रानी की प्राप्त होती है कृपा, घर में बनी रहती है पॉस्टिविटी
खबरें आजतक Live |
मुख्य अंश (toc)
शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व की मची धूम
नई दिल्ली (धर्म एवं ज्योतिष डेस्क)। पूरे देश में शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व की धूम है। पूरे नौ दिनों तक चल रहा ये पर्व अब समापन की और बढ़ रहा है। अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या भोज के साथ ही माता रानी को विदा किया जाता है। धार्मिक रूप से देखें तो नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि का बहुत महत्व है। कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें यदि विशेष रूप से अष्टमी और नवमी पर किया जाए तो बहुत ही पुण्य फल प्राप्त होता है। इन्हीं कामों में से एक है कुछ स्पेशल चीजों की खरीददारी। ऐसा कहा जाता है कि अष्टमी और नवमी के दिन यदि आप कुछ खास चीजें खरीदकर अपने घर लाते हैं तो माता रानी की विशेष कृपा होती ही। मान्यता है कि इन्हें अपने घर लाने से घर में सुख समृद्धि आती है और हर तरह के आर्थिक संकट से भी छुटकारा मिलता है। तो चलिए जानते हैं वो क्या चीजें हैं।
चांदी का सिक्का घर लाना होता है बहुत शुभ
नवरात्रि में चांदी का सिक्का घर लाना बहुत शुभ माना जाता है। हालांकि अगर अष्टमी और नवमी के दिन इसे घर लाया जाए तो और विशेष कृपा प्राप्त होती है। कोशिश करें कि ऐसा चांदी का सिक्का लाएं जिस पर मां लक्ष्मी का चित्र बना हुआ हो। इसे घर ला कर माता रानी के चरणों में अर्पित करें। इसके बाद आप इसे अपनी तिजोरी में भी रख सकते हैं। मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से घर में कभी भी पैसों की कमी नहीं होती है।
माता रानी के लिए लाएं सुहाग का सामान
नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि पर माता रानी के लिए सुहाग का सामान जरूर खरीदें। ये बहुत ही ज्यादा शुभ माना गया है। कहा जाता है कि जो सुहागिन स्त्री माता रानी को शृंगार अर्पित करती है उसके घर कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होती और उसे अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद मिलता है। इस सामान में आप लाल बिंदी, चूड़ियां, काजल, सिंदूर, लिपस्टिक, मेंहदी, आलता, बिछिया, कंघा, रबड़ और लाल चुनरी शामिल कर सकती हैं। अगर हो सकता है तो मां को लाल जोड़ा भी अर्पित कर सकती हैं।
पीतल का कलश खरीदना भी होता है शुभ
नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि पर पीतल का कलश खरीदना भी बहुत शुभ माना गया है। आप पूजा का जल रखने के लिए पीतल का कलश खरीद सकते हैं। वहीं इस कलश को किसी शुभ कार्य के लिए भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि अष्टमी या नवमी तिथि पर पीतल का कलश लाने से गृहदोष से मुक्ति मिलती है।
अष्टमी नवमी को घर ले आइए मोरपंख
धार्मिक रूप से देखें तो अष्टमी और नवमी पर अपने घर मोरपंख लाना भी बहुत शुभ माना जाता है। आप इन दिनों एक मोरपंख खरीद कर अपने मंदिर में रख सकते हैं। मान्यता है कि जिस घर में अष्टमी और नवमी के दिन मोरपंख खरीदा जाता है वहां धन-धान्य की कमी नहीं होती। इसके साथ ही मां लक्ष्मी और मां दुर्गा भी प्रसन्न होती हैं।
रक्षा सूत्र खरीदना और बांधना दोनों होता है शुभ
हिंदू धर्म में रक्षासूत्र जिसे मौली भी कहा जाता है, उसका बहुत खास महत्व है। यदि आप नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि पर मौली खरीदते या बांधते हैं तो मां दुर्गा की विशेष कृपा होती है। धार्मिक मान्यता की अनुसार जो भी भक्त इस दिन मौली खरीदकर मां दुर्गा को अर्पित करता है और फिर उसे अपने हाथों में बांधता है, तो माता रानी खुद रक्षा कवच की तरह उसके साथ रहती हैं।
यहा पर आप पा सकते हैं उचित परामर्श व निदान
व्रत, त्यौहार, ज्योतिष, वास्तु, जन्मकुंडली एवं रत्नों से जुड़ें जटिल समस्याओं व उचित परामर्श के लिए ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा से 8080426594 व 9545290847 पर सम्पर्क कर समस्याओं से निदान व उचित परामर्श प्राप्त किया जा सकता हैं।
रिपोर्ट- धर्म एवं ज्योतिष डेस्क