"छोटी सी झुग्गी में अपने बेटे के साथ रहने वाली गिरिजम्मा का बिजली का बिल आमतौर पर आता था करीब 70 या 80 रुपये प्रतिमाह, मई महीने के लिए 1,03,315 रुपये का बिल पाकर वह रह गईं हैरान"
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कोप्पल (ब्यूरो, कर्नाटक)। कोप्पल क्षेत्र में 90 वर्षीय महिला उस समय स्तब्ध रह गई जब उसे अपनी झुग्गी के लिए एक लाख रुपये का बिजली बिल मिला, जिसमें केवल दो एलईडी बल्ब लगे हुए हैं। एक छोटी सी झुग्गी में अपने बेटे के साथ रहने वाली गिरिजम्मा का बिजली का बिल आमतौर पर करीब 70 या 80 रुपये प्रतिमाह आता था। मई महीने के लिए 1,03,315 रुपये का बिल पाकर वह हैरान रह गईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोप्पल जिले के भाग्यनगर में रहने वाली गिरिजम्मा को गुलबर्गा इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी लिमिटेड (GESCOM) से मई महीने का बिजली बिल मिला। उसने बिल की राशि रुपये देखी। 1.03 लाख और इतनी बड़ी रकम के साथ बिल का भुगतान करने के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मेरा बेटा दिहाड़ी मजदूर है और हममें से केवल दो लोग छोटे से घर में रहते हैं।
मुझे नहीं पता कि बिल का भुगतान कैसे करूं और आप लोगों (मीडियाकर्मियों) को मुझे इससे बाहर निकालने में मदद करनी चाहिए। बुजुर्ग महिला को भाग्य ज्योति योजना के तहत बिजली कनेक्शन मिला था, जिसका उद्देश्य मलिन बस्तियों में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों को न्यूनतम कीमत पर बिजली प्रदान करना है। खबर फैलने के तुरंत बाद, बिजली विभाग के अधिकारी उनके घर पहुंचे और पाया कि मीटर में गड़बड़ी थी और जो व्यक्ति मीटर रीडिंग लेने आया था, उसने भी गलती की थी। बाद में अधिकारियों ने उनसे बिल का भुगतान न करने को कहा और आश्वासन दिया कि इसे संशोधित किया जाएगा। बता दें कि कर्नाटक सरकार ने पहले ही कर्नाटक के सभी आवासीय परिवारों को 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान करने वाली 'गृह ज्योति' योजना लागू कर दी है। इस बीच, कर्नाटक विद्युत नियामक आयोग ने 12 मई को अपने टैरिफ आदेश में फिक्स्ड और प्रति यूनिट शुल्क में 70 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी थी।
रिपोर्ट- कोप्पल ब्यूरो डेस्क