"उमा से आफ्शा बनकर केवल सात साल की जिंदगी ही जी सकी और अंत में उसे मिली मौत, जिसके लिए अपनों को छोड़ा, उसी ने इतनी बेरहमी से उसकी ले ली जान"
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लखीमपुर खीरी (ब्यूरो, उत्तर प्रदेश)। उमा से आफ्शा बनकर केवल सात साल की जिंदगी ही जी सकी और अंत में उसे मौत मिली। जिसके लिए अपनों को छोड़ा, उसी ने इतनी बेरहमी से उसकी जान ले ली। यहां तक कि मारने के लिए उसे मशीन से करंट लगाया। उसकी चीखें भी मोहल्ले वालों तक नहीं आ सकीं। इसके बाद कमरे में ही गड्ढा खोदकर उसका शव दफना दिया। तीन दिन बाद पुलिस ने शव बरामद किया तो घटना सामने आई। मोहल्ला हफीजपुर निवासी उमा शर्मा ने मोहल्ले में ही वसी से निकाह कर लिया और उमा से आफ्शा बन गई। उसे दो बच्चे हुए। घर में आफ्शा, वसी के साथ उसका भाई रफी और मां आशिया रहती थीं। मोहल्ले के लोग बताते हैं कि वसी अक्सर आफ्शा को पीटता था। मंगलवार की सास आशिया अपनी बेटी के पास कानपुर चली गई। इधर वसी ने हत्याकांड कार डाला। इंस्पेक्टर गोला डीपी शुक्ला ने बताया कि मंगलवार रात जब आशिया वापस आई तो बहू गायब मिली। वह पुलिस के पास आई। पुलिस ने रात को ही वसी को हिरासत में ले लिया और पूछताछ की।
वसी ने पुलिस को बताया कि उसने मंगलवार रात उमा उर्फ आफ्शा को पीटा और फिर करंट लगाया। इस बीच वह मर गई तो उसने घर के कमरे में ही जमीन को खोदकर शव दफना दिया। पत्नी की हत्या के बाद भी वसी उसी कमरे में रहता रहा। वह वहीं खाना खाता था। आफ्शा का शव जिस कमरें में दफनाया गया वहीं पर बेल्डिंग मशीन पड़ी मिली। माना जा रहा है कि इसी मशीन से आफ्शा को करंट लगाया गया, जिसमें वसी का भाई भी शामिल बताया जा रहा है। आफ्शा को करंट लगाकर बेरहमी से मारा गया उसकी चीख तक किसी ने नहीं सुनी। वसी ने घटना को अंजाम देने से पहले अपने दोनों बच्चों को दूसरे कमरे में सुला दिया था। आफ्शा की हत्या कर कमरे में दफन कर दिया गया। बताया जाता है कि जिस वक्त आफ्शा की हत्या हुई, दोनों बच्चों को दूसरे कमरे में सुला दिया था। वसी जिस घर में रहता था, वह सरकारी कालोनी है। उसमें दो ही कमरे हैं। सुबह बच्चे जब जगे तो मां को न पाकर बिलखने लगे। दो दिन तो वसी उनको किसी तरह रोक सका। इसके बाद अपनी मां को फोन कर बुला लिया। मां के वापस आते ही राज खुल गया।
हफीजपुर में आफ्शा का शव बरामद होने के बाद उसकी हत्या को लेकर तरह तरह की चर्चाएं होती रही। सोशल मीडिया पर उसकी काटकर हत्या किए जाने की अफवाह भी किसी ने उड़ा दी। यही नहीं, लड़की के नाम व अन्य जानकारियों के बारे में गलत सूचनाएं आती रहीं। जिसे लेकर कोतवाली पुलिस और खुद एसपी को प्रेस नोट जारी करना पड़ा। कहा गया कि महिला का शरीर क्षतिग्रस्त नहीं है। आफ्शा उर्फ उमा शर्मा की हत्या की सूचना के बाद भी शाम तक उसके परिजन नहीं आए। पुलिस भी गई। लड़की के परिजनों ने पहचानने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने चौकीदार से तहरीर लिखवाकर केस दर्ज कर लिया। वहीं कोतवाली पुलिस का कारनामा देखिए कि जिस युवती ने भाग कर प्रेम विवाह किया। जहां पर दहेज का कोई मुद्दा ही नहीं रहा। निकाह को सात साल हो गए। पुलिस मामले को दहेज की मांग पर की गई हत्या बता रही है। पुलिस का कहना है कि सूचना आफ्शा की सास ने दी थी। बाद में पता चला कि महिला पर वसी पैसे लाने का दबाव बना रहा था। इस वजह से यह केस दर्ज किया गया है।
रिपोर्ट- लखीमपुर खीरी डेस्क