"चंद अध्यापकों द्वारा अपनी जिम्मेदारियों का पालन करने में बरती जा रही है घोर लापरवाही, विद्यालय के शिक्षा प्रणाली को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि बच्चों को शिक्षा के नाम पर खुलेआम दिया जा रहा है धोखा"
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पचखोरा (बलिया, उत्तर प्रदेश)। स्थानीय प्राथमिक विद्यालय रामपुर उर्फ रेपुरा शिक्षा क्षेत्र गड़वार मे सरकार की मंशा के ठीक विपरीत इस विद्यालय मे शिक्षा प्रणाली की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। गुरुवार को विद्यालय के बच्चे लगभग 1:30 बजे ही अपने घर जाने लगे। इस बारे में जब पता किया गया तो पता चला कि विद्यालय की छुट्टी कर दी गई है। बच्चों से पूछने पर बच्चों ने बताया कि विद्यालय की छुट्टी हो गई है। इस दौरान विद्यालय प्रांगण में एक भी शिक्षक नहीं मिले। इस संबंध में क्षेत्रीय संवाददाता द्वारा जब अध्यापक संतोष कुमार से फोन पर बात हुई तो उन्होंने बताया की एक अध्यापक छुट्टी पर है तथा दूसरा अध्यापक मीटिंग में गए हैं। अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि सिर्फ एक शिक्षक के सहारे विद्यालय में शिक्षा व पठन-पाठन का कार्य कैसे संचालित होता है।
आखिरकार बच्चों के भविष्य के साथ शिक्षा के नाम पर खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ इस विद्यालय पर चारों तरफ से बाउंड्री वॉल का कार्य सरकार द्वारा तय मानकों के विपरीत कराया जा रहा है। बाउंड्री वॉल निर्माण कार्य में लाल और सफेद बालू मिलाकर तथा दो नंबर ईट का प्रयोग किया जा रहा है। विदित हो कि इस विद्यालय पर सिर्फ़ दो अध्यापकों की नियुक्ति है। एक तरफ देश व प्रदेश की सरकार शिक्षा के प्रति गंभीरतापूर्वक कार्य करतें हुए शिक्षा के प्रति जागरूक है। वहीं दूसरी तरफ़ चंद अध्यापकों द्वारा अपनी जिम्मेदारियों का पालन करने में घोर लापरवाही बरती जा रही है। विद्यालय के शिक्षा प्रणाली को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि बच्चों को शिक्षा के नाम पर खुलेआम धोखा दिया जा रहा है।
रिपोर्ट- संवाददाता श्रीभगवान सिंह