"भारत के विभाजन के दर्द को याद करने के लिए बीजेपी पूरे देश में 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' मनाने के लिए देश भर में निकाला जा रहा हैं मौन जुलूस"
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सिकन्दरपुर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। भारत का विभाजन देश के लिए किसी विभीषिका से कम नहीं थी। यह अंग्रेजों की साजिश थी कि देश को दो टुकड़ों में बांट दिया जाए, इसके लिए कुछ भारतीय नेता भी जिम्मेदार थे। 14 अगस्त 1947 की तारीख भारत भला कैसे भूल सकता है। एक तरफ 200 वर्षों की गुलामी के बाद आजादी मिलने वाली थी तो वहीं दूसरी ओर देश के दो टुकड़े हो रहे थे। लाखों लोग इधर से उधर हो गए। घर-बार छूटा। परिवार छूटा। लाखों की जानें गईं यह दर्द था, विभाजन का। भारत देश के लिए यह विभीषिका से कम नहीं थी। भारत के विभाजन के दर्द को याद करने के लिए बीजेपी पूरे देश में 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' मनाने के लिए देश भर में मौन जुलूस निकाला जा रहा हैं। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी के तत्वावधान में सिकन्दरपुर मंडल अध्यक्ष गणेश सोनी के नेतृत्व में रविवार की शाम मुख्य बाजार स्थित जल्पा स्थान चौक से दर्जनों पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने मौन जुलूस निकालकर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया।
मौन जुलूस के दौरान हाथों में तख्तियां लिए दर्जनों लोगों का मौन जुलूस जलपा स्थान से शुरू होकर मुख्य बाजार मार्ग होते हुए मुख्य बस स्टैंड चौराहे पर पहुंचकर मौन जुलूस का समापन हो गया। मौन जुलूस के समापन के उपरांत भाजपा मंडल अध्यक्ष सिकन्दरपुर गणेश सोनी ने कहा कि हम काला दिवस के रूप में 14 अगस्त को मना रहें हैं, क्योंकि 1943 के 30 दिसंबर को सुभाष चंद्र बोस ने पोर्ट ब्लेयर में भारत को आजाद किया था। राजनीतिक दृष्टि से मोलभाव कर 15 अगस्त को आजादी मिली। टुकड़े में आजादी मिली। मेरे मन में संकल्प है कि जो सुभाष चंद्र बोस ने 30 दिसंबर को 1943 को अखंड भारत के लिए झंडा फहराया था, वो अखंड भारत हमने मन में संजोए रखा है। जब तक भारत एक नहीं होगा, तब तक हम लोगों को जगाते रहेंगे और इस काले दिन को याद करते रहेंगे। मौन जुलूस में मुख्य रूप से पूर्व विधायक भगवान पाठक, नगर चेयरमैन डॉ रविन्द्र वर्मा, डॉ उमेश चंद, प्रयाग चौहान, भुवाल सिंह, मंजय राय, विनोद शंकर गुप्ता व निरंजन राय समेत दर्जनों पार्टी कार्यकर्ता शामिल रहे।
रिपोर्ट- विनोद कुमार गुप्ता