"प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के आह्वान पर इस साल 2022 मे मार्च से अब तक स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा 402 टीबी मरीजों को लिया गया गोद"
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बलिया (ब्यूरो, उत्तर प्रदेश)। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ० आनंद कुमार ने बताया कि प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के आह्वान पर इस साल (2022) मे मार्च से अब तक स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा 402 टीबी मरीजों को गोद लिया गया है। विभाग के अनुसार इसमें से 156 टीबी मरीज ठीक हो गये हैं, बाकी मरीजों का इलाज चल रहा है। गौरतलब है कि जिन स्वयंसेवी संस्थाओं ने टीबी मरीजों को गोद लिया है। वह हर माह उन्हें पुष्टाहार उपलब्ध कराते हैं, साथ ही उनकी अन्य परेशानी का भी समाधान करते हैं। इसके अलावा उनके संपर्क में रहकर उनका ख्याल रखते हैं, कि टीबी की लड़ाई में वह अकेले नहीं हैं वह सब भी उनके साथ हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि टीबी मरीजों को मिली भावनात्मक सहानुभूति, पुष्टाहार और दवा का असर हो रहा है। टीबी मरीजों की तेजी से रिकवरी हो रही है। कुल 2245 गोद लिये गये मरीजों में से लगभग 826 टीबी को मात दे चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अभी तक 2245 टीबी मरीजों को गोद लिया गया है। जिसमें 970 महिलाएं व 1275 पुरुष शामिल हैं। जिले की 12 समाजसेवी व अन्य संस्थाओं, 32 स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी तथा जिला स्तरीय अधिकारीगण एवं कर्मचारियों ने उन्हें गोद लिया है। गोद लिये गये टीबी मरीजों को लगातार पोषण आहार वितरित किया जा रहा है।
समय-समय पर स्वयंसेवी संस्थाएं उनके घर पर जाकर उनका हौसला बढ़ाने के साथ यह भी जानकारी ले रही हैं कि वह पुष्टाहार और दवा का ठीक से सेवन कर रहे हैं या नहीं। इस दौरान गोद लिये हुए मरीज़ों में सिकन्दरपुर निवासी 65 वर्षीय लाल बचन पासवान ने बताया कि उन्हें स्वयंसेवी संस्था अमर शहीद संस्थान ने गोद लिया है। संस्था लगातार पोषण आहार प्रदान कर रहीं है। समय समय पर संस्था के लोग उनसे मिलकर उनकी समस्याएं जानने का प्रयास करते हैं। उसके बाद समस्याओं का निराकरण करते हैं लगातार दवा एवं पौष्टिक आहार लेने का सुझाव भी देते हैं। सिकन्दरपुर निवासी 52 वर्षीय श्रीमती सुधा प्रजापति का कहना है कि विभाग की ओर से उनका उपचार किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग व स्वंय सेवी संस्था हर माह उनका हालचाल लेती हैं और टीबी के खिलाफ लड़ाई में उनका हौसला बढ़ा रहे हैं। लीलकर गांव निवासी 52 वर्षीय श्रीमती पार्वती देवी का कहना है कि जब से टीबी की बीमारी हुई है। तब से विभाग लगातार उनका उपचार कर रहा है। सामाजिक संस्था से हर माह पोषण आहार मिल रहा है और लगातार उनसे संपर्क कर उनका हालचाल जाना जाता है। संस्था द्वारा प्रति माह उनसे घर पर विजिट करके हालचाल लिया जाता है एवं पोषण सामग्री पहुंचाई जाती है। साथ ही साथ बताया जाता है की नियमित रूप से दवा का सेवन करके बिल्कुल स्वस्थ हुआ जा सकता है।
रिपोर्ट- बलिया डेस्क