"राजनीति में हर वर्ग के लोग आजमाते हैं अपनी किस्मत, कुछ लोग होते हैं सफल तो कुछ काफी कोशिशों के बावजूद हो जाते हैं असफल, जो सफल होते हैं, उन्हें हर कोई रखता है याद, आज हम ऐसी ही एक शख्सियत से करा रहे हैं आपको रूबरू"
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लखनऊ (ब्यूरो, उत्तर प्रदेश)। साल 2017 के विधानसभा चुनावों के नतीजों ने हर किसी को हैरान कर दिया था। उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से भारतीय जनता पार्टी ने 312 पर जीत हासिल की थी। एडीआर की रिपोर्ट बताती है कि इन 312 सीटों पर काबिज भाजपा विधायकों में से 235 करोड़पति हैं, जिनमें से एक हैं रानी पक्षालिका सिंह। आगरा के भदावर राजघराने से ताल्लुक रखने वाली रानी पक्षालिका उत्तर प्रदेश की सबसे अमीर महिला विधायक भी हैं और वह इस बार आगरा की बाह विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ रही हैं। पक्षालिका आगरा के भदावर राजघराने की रानी हैं। भदावर राजघराना आजादी के बाद से ही राजनीति में सक्रिय हो गया था। इस राजघराने के लोग बाह विधानसभा सीट का प्रतिनिधिनित्व करते हैं और राजपरिवार से जुड़े सदस्य 11 बार इस सीट से विधायक चुने जा चुके हैं। भदावर राजघराने के राजा महेंद्र रिपुदमन सिंह ने 1952 में पहली बार चुनाव लड़ा था और विधायक चुने गए थे। उस वक्त वह बतौर निर्दलीय उम्मीदवार जीते। बाद में जनता पार्टी में शामिल हो गए।
उन्होंने 1980 तक जनता पार्टी के टिकट पर बाह विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया। 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा और तब बाह सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार ने जीत हासिल की। 1989 में राजा महेंद्र रिपुदमन सिंह के बेटे राजा अरिदमन सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में ताल ठोकी और जीत हासिल की। 1991 का चुनाव उन्होंने जनता दल के टिकट पर लड़ा। 1996 और 2002 में वह भाजपा के टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुंचे। 2007 में राजा अरिदमन सिंह को बसपा प्रत्याशी से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए और 2012 का चुनाव सपा के टिकट पर जीता। आगरा की नौ सीटों में सिर्फ बाह विधानसभा सीट ऐसी थी, जहां पर समाजवादी पार्टी को जीत मिली थी। यही कारण है कि अखिलेश यादव की सरकार में राजा अरिदमन सिंह को मंत्री भी बनाया गया। तीन साल तक मंत्री रहने के बाद उनसे परिवहन विभाग छीन लिया गया और स्टाम्प व पंजीयन विभाग दिया गया। बाद में उन्हें मंत्रिमंडल से भी बर्खास्त कर दिया गया।
2017 में राजा अरिदमन सिंह अपनी पत्नी रानी पक्षालिका सिंह के साथ भाजपा में चले गए। भाजपा से पक्षालिका को टिकट मिला और वह जीत गईं। रानी पक्षलिका सिंह ने अपने हलफनामे में बताया है कि उनके और उनके पति के पास कुल 132 हथियार हैं। सब एंटीक हैं। रानी पक्षालिका के पास 22 बोर की एक एनपीबी राइफल, पिस्टल और डीबीबीएल गन है। वहीं, उनके पति राजा अरिदमन सिंह के नाम पर 12 बोर की एक डीबीबीएल गन, एक पिस्टल, एक कार्बाइन, 34 तलवार, 31 खंजर, 53 छुरे और आठ चाकू हैं। इस तरह उनके घर में कुल 132 घोषित हथियार हैं, जिनकी कीमत करीब 50 लाख रुपये है। रानी पक्षालिका ने अपने हलफनामे में बताया है कि पति और उनके पास कुल 50 हजार रुपये कैश हैं। रानी पक्षालिका, उनके पति और परिवार के नाम पर कुल 21 बैंक खाते हैं, जिनमें अकेले नौ खाते रानी पक्षालिका के हैं, जबकि आठ उनके पति राजा अरिदमन और चार पारिवारिक बैंक खाते हैं। रानी पक्षालिका के नौ बैंक खातों में 1.39 करोड़ रुपये जमा हैं तो राजा अरिदमन के आठ खातों में 68.51 लाख रुपये हैं।
पारिवारिक खातों में करीब 30 लाख रुपये हैं। 61 साल की रानी पक्षालिका ने कारोबार, कृषि और निवेश से होने वाले मुनाफे को आय का जरिया बताया है। पक्षालिका ने 2021 में 4.71 लाख रुपये आयकर जमा किया, जबकि उनके पति ने 26.30 लाख रुपये का आयकर भरा। राजा और रानी के पास करीब 90 लाख रुपये के गहने हैं। रानी पक्षालिका की कुल चल संपत्ति 2.23 करोड़ रुपये है, जबकि पति के पास 1.30 करोड़ की चल संपत्ति है। रानी पक्षालिका के पास पांच करोड़ की अचल और उनके पति के पास 31.17 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। 18.27 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति पारिवारिक है। राजा और रानी के पास कुल 54.44 करोड़ रुपये की जमीन है। 2017 चुनाव के दौरान दिए हलफनामे में रानी पक्षालिका ने 58.29 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति बताई थी। इस बार यह 58.44 करोड़ की है। 2017 में पक्षालिका और उनके पति के पास कुल 1.30 लाख रुपये कैश थे, जबकि दोनों के बैंक खातों में 1.81 करोड़ रुपये जमा थे। पांच साल पहले रानी की चल संपत्ति 3.16 करोड़ रुपये और 55.13 करोड़ रुपये अचल संपत्ति थी।
रिपोर्ट- लखनऊ डेस्क
फिर भी ऐसे लोग गरीब और असहायों के लिए कुछ नहीं करते हैं।
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