"लक्षित परिवारों को कैंप तक लाने के लिए समन्वित प्रयास करेंगे कई विभाग, 26 जुलाई से 09 अगस्त तक चलाया जाएगा आयुष्मान पखवाड़ा अभियान"
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गोरखपुर (ब्यूरो, उत्तर प्रदेश)। जिले में 1.6 लाख लाभार्थी परिवार ऐसे हैं जिनके किसी भी सदस्य के पास अभी तक आयुष्मान कार्ड (गोल्डेन कार्ड) उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे लोगों के परिवार में कम से कम एक सदस्य का गोल्डेन कार्ड बन जाए इसके लिए 26 जुलाई से 09 अगस्त तक आयुष्मान पखवाड़ा अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत लक्षित परिवारों को कैंप तक लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अलावा जिला प्रशासन की अगुआई में अन्य विभाग भी समन्वित प्रयास करेंगे। आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ. अनिल सिंह ने बताया कि इस संबंध में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद का पत्र प्राप्त हुआ है। पत्र के अनुसार जिला प्रशासन और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय के दिशा-निर्देश पर विभिन्न विभागों की वर्चुअल बैठक भी करायी जा चुकी है। अभियान का माइक्रोप्लान अंतिम चरण में है। इससे पूर्व दस मार्च से 31 मार्च तक भी आयुष्मान कार्ड विहीन परिवारों के लिए अभियान चला था लेकिन शत-प्रतिशत परिवारों ने गोल्डेन कार्ड बनवाने में रूचि नहीं दिखायी। इस बार प्रयास होगा कि हर एक परिवार तक कम से कम एक कार्ड की सुविधा उपलब्ध करायी जाए। आशा-आरोग्य मित्र प्रोत्साहन राशि के बारें में नोडल अधिकारी डॉ. सिंह ने बताया कि योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ. संचिता मल्ल, जिला सूचना एवं तकनीकी प्रबंधक शशांक शेखर और जिला शिकायत प्रबंधक विनय कुमार पांडेय की टीम अभियान की तैयारी में जुटी है।
शासन से प्राप्त पत्र के अनुसार आयुष्मान कार्ड अभियान में जुटीं आशा कार्यकर्ता और विशेष रूप से लगाए गए आरोग्य मित्र को प्रोत्साहन राशि भी मिलेगी। किसी परिवार में एक कार्ड बनवाने पर पांच रुपये, जबकि एक से अधिक कार्ड बनवाने पर 10 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उन्होंने बताया कि योजना के तहत उन्हीं लाभार्थियों का गोल्डेन कार्ड बनता है जिनका सूची में नाम हो। टोल फ्री नंबर 180018004444 या 14555 पर फोन लगाकर कोई भी पता कर सकता है कि वह योजना का लाभार्थी है या नहीं। आयुष्मान पखवाड़े में कैंप का मानक कुछ इस तरह होगा। कैंप किसी सार्वजनकि स्थान जैसे पंचायत भवन, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, आंगनबाड़ी केंद्र या प्राथमिक विद्यालय पर लगेगा। कैंप स्थल पर आयुष्मान कार्ड कैंप का बैनर लगाना अनिवार्य होगा। कैंप स्थल पर बिजली, पानी आदि की व्यवस्था होनी चाहिए। लक्षित लाभार्थी परिवारों की सूची कैंप स्थल पर चस्पा कर दी जाएगी। कैंप की सफलता को सुनिश्चित कराने के लिए पंचायती राज निकाय के जनप्रतिनिधियों को कैंप से जोड़ा जाएगा। लाभार्थियों का ग्रामवार और वार्डवार सूची ग्रामसभा और वार्ड के नोटिस बोर्ड पर चस्पा होगा। आशा कार्यकर्ता द्वारा कैंप से पहले लाभार्थी के परिवार को सूचना दी जाएगी। पंचायती राज विभाग, ग्राम्य विकास विभाग व आईसीडीएस के नोडल अधिकारी भी होंगे। सभी सीएचसी-पीएचसी पर नोडल टीम का गठन भी किया जाएगा।
शासन से प्राप्त पत्र के अनुसार आयुष्मान कार्ड अभियान में जुटीं आशा कार्यकर्ता और विशेष रूप से लगाए गए आरोग्य मित्र को प्रोत्साहन राशि भी मिलेगी। किसी परिवार में एक कार्ड बनवाने पर पांच रुपये, जबकि एक से अधिक कार्ड बनवाने पर 10 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उन्होंने बताया कि योजना के तहत उन्हीं लाभार्थियों का गोल्डेन कार्ड बनता है जिनका सूची में नाम हो। टोल फ्री नंबर 180018004444 या 14555 पर फोन लगाकर कोई भी पता कर सकता है कि वह योजना का लाभार्थी है या नहीं। आयुष्मान पखवाड़े में कैंप का मानक कुछ इस तरह होगा। कैंप किसी सार्वजनकि स्थान जैसे पंचायत भवन, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, आंगनबाड़ी केंद्र या प्राथमिक विद्यालय पर लगेगा। कैंप स्थल पर आयुष्मान कार्ड कैंप का बैनर लगाना अनिवार्य होगा। कैंप स्थल पर बिजली, पानी आदि की व्यवस्था होनी चाहिए। लक्षित लाभार्थी परिवारों की सूची कैंप स्थल पर चस्पा कर दी जाएगी। कैंप की सफलता को सुनिश्चित कराने के लिए पंचायती राज निकाय के जनप्रतिनिधियों को कैंप से जोड़ा जाएगा। लाभार्थियों का ग्रामवार और वार्डवार सूची ग्रामसभा और वार्ड के नोटिस बोर्ड पर चस्पा होगा। आशा कार्यकर्ता द्वारा कैंप से पहले लाभार्थी के परिवार को सूचना दी जाएगी। पंचायती राज विभाग, ग्राम्य विकास विभाग व आईसीडीएस के नोडल अधिकारी भी होंगे। सभी सीएचसी-पीएचसी पर नोडल टीम का गठन भी किया जाएगा।
रिपोर्ट- गोरखपुर डेस्क