"संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा कृषि बिल के तीन काले कानून को रद्द करने तथा एमएसपी पर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट आधारित कानून बनाने संबंधी नारों के साथ 3 किलोमीटर पैदल मार्च निकाल कर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन"
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सिकन्दरपुर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। सिकन्दरपुर तहसील पर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा प्रदर्शन किया गया तथा कृषि बिल के तीन काले कानून को रद्द करने तथा एमएसपी पर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट आधारित कानून बनाने संबंधी नारों के साथ 3 किलोमीटर पैदल मार्च निकाल कर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। किसानों के गेहूं को बंद क्रय केंद्र के तौल मशीनों को चालू कर खरीद लिए जाने का मुद्दा सर्वोपरि रहा। किसान नेताओं ने राजभवन को ज्ञापन एसडीएम सिकन्दरपुर अभय कुमार सिंह के हाथों सौंपा। किसान नारे लगाते रहे कि किसान विरोधी सरकार हाय हाय, किसान मज़दूर एकता जिंदाबाद, इंकलाब जिंदाबाद, जय जवान जय किसान। एसडीएम ने यह आश्वासन दिया कि आप सभी की मांग राजभवन तक पहुंचा दी जाएगी।
किसान फोर्स के संस्थापक अखिलेश सिंह ने संवेदनहीन सरकार के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि अन्नदाता किसान की रोटी पूंजीपतियों की तिजोरी में कैद होने जा रही है। इसलिए सरकार एमएसपी पर कानून नहीं बनाना चाहती। किसान साथियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि उनकी लड़ाई लम्बी है। इसलिए किसान संगठन को पूर्वांचल के गांव गांव तक संगठन से जुड़ने का अभियान जारी रहेगा। मनियर किसान मोर्चा के मुनि सिंह ने किसान फोर्स के साथ चलने का संकल्प दोहराया। सलाहकार राम जी प्रसाद ने कहा कि सरकार और उसका तंत्र दोनों ही पंगु हो चुके है। नहीं तो किसानों को गेहूं घर नहीं ले जाना पड़ता। इस प्रदर्शन में अखिलेश सिंह संस्थापक, संजय सिंह सचिव, देवेंद्र यादव अध्यक्ष, बलवंत, अभय शुक्ला, मुन्ना सिंह, छोटे लाल यादव, चीफ कमांडर रामप्रताप यादव, बीरबल यादव व कोषाध्यक्ष रामायन तिवारी आदि रहे तथा संचालन जे के यादव ने किया।
रिपोर्ट- बलिया ब्युरो लोकेश्वर पाण्डेय