रतसर (बलिया) वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर धीरे-धीरे लोगों के अन्दर जागरूकता आने लगी है। दूसरे प्रांत से घर आने वाले अब स्वयं ही हेल्थ चेकअप कराकर स्वयं होम क्वारंटीन कर ले रहे है। बाहर से आने वालों में कुछ ऐसे भी है जो इस बीमारी के प्रति लापरवाह है और इसे हल्के में लेकर गांव में घुमना शुरू कर दे रहे है। इसके कारण गांव के अन्य लोगों के अन्दर दहशत होने लग रही है। ऐसे लोगों के लिए प्रधानमन्त्री ने चौथे लाकडाउन के समय लोगों से अपील की थी कि गांव में निगरानी समिति का गठन करके लोगों से घर में रहने को कहा जाए।
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क्योंकि इस बीमारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेसिंग एवं मास्क या गमछा लगाकर ही बचा जा सकता है। गड़वार ब्लाक के कुछ गांवों में विधिवत निगरानी कमेठी का गठन कर दिया गया है। लेकिन कुछ ऐसे गांव है जिसके गांव के मुखिया को इस बारे में पता ही नही है कि निगरानी समिति का गठन करना भी है। विकास खण्ड गड़वार के पचखोरा में बृहस्पतिवार को ग्राम प्रधान विजयशंकर यादव की अध्यक्षता में ग्राम निगरानी समिति का गठन किया गया।
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स्वास्थ्य विभाग से आए बीसीपीएम अनिल कुमार ने बताया कि निगरानी समिति में ग्राम प्रधान पदेन अध्यक्ष के साथ-साथ आशासंगिनी, आशा बहु, आंगनवाड़ी कार्यकर्ती, नेहरु युवा मंगल दल के लोग पदेन सदस्य होगे। उन्होने बताया कि गांव में जो भी व्यक्ति जनपद के बाहर से किसी भी साधन से गांव में आता है तो सर्वप्रथम आशा के माध्यम से ग्राम प्रधान उस व्यक्ति का नाम रजिस्टर में दर्ज कर लें तथा इसकी सूचना अपने निकटतम अस्पताल पर देकर उसकी जांच करवा लें। जांच के बाद 28 दिनों के लिए घर पर ही क्वारंटीन की व्यवस्था कर लें। इस अवसर पर बीएमसी निहाल अहमद, आशासंगिनी एवं आशा बहु उपस्थित रही।
रिपोर्ट- डॉ ए० के० पाण्डेय