अयोध्या (ब्यूरों) जिले में इनायतनगर थाना क्षेत्र के पलिया प्रताप शाह धर्मगंज गांव में पंचायत के दौरान मामूली कहासुनी के बाद अचानक चली गोली से ग्राम प्रधान सहित दो लोगों की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने आनन-फानन में मिल्कीपुर सर्किल सहित जिले के आधा दर्जन थानों की पुलिस फोर्स बुला लिया और देखते ही देखते पलिया प्रताप शाह गांव छावनी में तब्दील हो गया। घटना के पीछे पुरानी चुनावी रंजिश भी बताई जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार इनायत नगर थाना क्षेत्र के हैरिंगटनगंज पुलिस चौकी क्षेत्र अंतर्गत पलिया प्रताप शाह गांव के राजस्व अभिलेखों में दर्ज गाटा संख्या 1189 रखवा रक्बा 0.242 हेक्टेयर में दलित सोमई रमई एवं पराना देवी के नाम पुराना पट्टा है। इसी पट्टे के की भूमि के पीछे स्वामीनाथ पुत्र राम लौट पाल की खाते की भूमि भी स्थित है।
पट्टेदार की भूमि खंडभढ़िया बहुरावां मार्ग पर पड़ने वाले धर्म गंज बाजार से कालिकन संपर्क संपर्क मार्ग के किनारे स्थित है। दलित के पट्टे की भूमि के पीछे के खातेदार स्वामीनाथ पाल द्वारा अपने भूमि में पक्का मकान निर्माण कराया जा रहा था और वह दलित सोमई के पट्टे की भूमि पर अपना निकास खोलना चाहता था। इस बात को लेकर दलित खातेदार ने चौकी पुलिस से कई बार शिकायत भी की थी किंतु पुलिस ने मामले में कोई प्रभावी कार्यवाही करना मुनासिब नहीं समझा था। पुलिस से न्याय न पाकर दलित ने सोमवार को प्रात करीब 9 बजे मौके पर गांव के प्रधान सहित अन्य लोगों की मौजूदगी में एक पंचायत बुलाई थी जहां पंचायत में ग्राम प्रधान चंद कदम दूरी स्थित अपनी बिल्डिंग मटेरियल की दुकान से पहुंच गए थे।
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पंचायत में लगभग फैसला भी हो चुका था। किसी बात को लेकर राम पदारथ यादव उर्फ नान्ह ने असलहा निकालकर ग्राम प्रधान जयप्रकाश सिंह के ऊपर फायर झोंक दिया जिससे गोली ग्राम प्रधान के सीने और पेट में जा लगी और वह लहूलुहान होकर मौके पर ही गिर पड़े। इतने में पंचायत में मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई कि इसी बीच अचानक राम पदारथ यादव भी गोली लगने से मौके पर ही घायल होकर गिर पड़ा। घटना के बाद मौके पर पहुंचे ग्राम प्रधान समर्थकों ने आनन-फानन में ग्राम प्रधान जयप्रकाश सिंह को इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया जहां अस्पताल के डॉक्टरों ने ग्राम प्रधान को मृत घोषित कर दिया।
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उधर सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस जब घायल राम पदारथ यादव उर्फ नानू को भी इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाना चाही तो ग्रामीण आक्रोशित हो गए और उन्होंने राम पदारथ के शव को उठाने तक नहीं दिया। ग्रामीणों की मांग थी कि सबसे पहले सूचना चौकी प्रभारी राजेश कुमार यादव को दी गई थी लेकिन वह अभी तक मौके पर नहीं आए और जिले के अन्य थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई है।ग्रामीणों का कहना था कि घटना में चौकी प्रभारी की भूमिका पूरी तरह से संदिग्ध है क्योंकि यदि पीड़ित की शिकायत पर चौकी पुलिस ने प्रभावी कार्यवाही की होती तो शायद वीभत्स घटना न घटती।
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इनायतनगर थाना क्षेत्र के पलिया प्रताप शाह गांव में पंचायत के दौरान हुए डबल मर्डर की घटना के बाद जानकारी मिलते ही आईजी डॉ. संजीव कुमार गुप्त, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी जिले के कई क्षेत्राधिकारियों एवं आधा दर्जन थानों की पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी, एसएसपी तथा आईजी ने घटनास्थल का गहनता से निरीक्षण किया। मातहतों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। गांव में तनाव को देखते हुए क्षेत्राधिकारी मिल्कीपुर रहे आरके राय के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस फोर्स गांव में तैनात कर दिया गया।
पट्टेदार की भूमि खंडभढ़िया बहुरावां मार्ग पर पड़ने वाले धर्म गंज बाजार से कालिकन संपर्क संपर्क मार्ग के किनारे स्थित है। दलित के पट्टे की भूमि के पीछे के खातेदार स्वामीनाथ पाल द्वारा अपने भूमि में पक्का मकान निर्माण कराया जा रहा था और वह दलित सोमई के पट्टे की भूमि पर अपना निकास खोलना चाहता था। इस बात को लेकर दलित खातेदार ने चौकी पुलिस से कई बार शिकायत भी की थी किंतु पुलिस ने मामले में कोई प्रभावी कार्यवाही करना मुनासिब नहीं समझा था। पुलिस से न्याय न पाकर दलित ने सोमवार को प्रात करीब 9 बजे मौके पर गांव के प्रधान सहित अन्य लोगों की मौजूदगी में एक पंचायत बुलाई थी जहां पंचायत में ग्राम प्रधान चंद कदम दूरी स्थित अपनी बिल्डिंग मटेरियल की दुकान से पहुंच गए थे।
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पंचायत में लगभग फैसला भी हो चुका था। किसी बात को लेकर राम पदारथ यादव उर्फ नान्ह ने असलहा निकालकर ग्राम प्रधान जयप्रकाश सिंह के ऊपर फायर झोंक दिया जिससे गोली ग्राम प्रधान के सीने और पेट में जा लगी और वह लहूलुहान होकर मौके पर ही गिर पड़े। इतने में पंचायत में मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई कि इसी बीच अचानक राम पदारथ यादव भी गोली लगने से मौके पर ही घायल होकर गिर पड़ा। घटना के बाद मौके पर पहुंचे ग्राम प्रधान समर्थकों ने आनन-फानन में ग्राम प्रधान जयप्रकाश सिंह को इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया जहां अस्पताल के डॉक्टरों ने ग्राम प्रधान को मृत घोषित कर दिया।
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रिपोर्ट- अयोध्या डेस्क