नई दिल्ली (ब्यूरों) भारत समेत दुनिया के सभी देशों को कोरोना वायरस संक्रमण ने अपनी चपेट में ले लिया है। कोरोना के कहर से बचने के लिए एक ओर जहां लोग घरों में कैद हैं, तो वहीं दूसरी ओर पुलिसकर्मी अपनी जान की परवाह किए बिना फ्रंट लाइन पर तैनात हैं। इस दौरान कई बहादुर पुलिसकर्मी ऐसे हैं। जिनकी बहादुरी के किस्से आने वाले समय में देश याद रखेगा। अब सोशल मीडिया पर एक गर्भवती महिला पुलिसकर्मी की फोटो वायरल हो रही है, जो इस दौर में छुट्टी लेने के बजाए ड्यूटी पर तैनात है। महिला के इस जज्बे को लोग जमकर तारीफ व सलाम कर रहे हैं। दरअसल ओडिशा के डीजीपी लॉकडाउन का जायजा लेने मयूरभंज इलाके में गए थे। इस दौरान वहां उन्होंने एक आठ महीने की गर्भवती महिला एसआई को ड्यूटी करते हुए देखा।
Must Read: यूपी के सभी जिलों मे इस तिथि तक लॉकडाउन मे नही मिलेगी ढ़ील
Must Read: यूपी के सभी जिलों मे इस तिथि तक लॉकडाउन मे नही मिलेगी ढ़ील
महिला पुलिसकर्मी के देश सेवा के इस जज्बे को देख डीजीपी ने उसकी जमकर तारीफ की। मामले में ओडिशा पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि एसआई ममता मिश्रा ने कोरोना महामारी के इस दौर में छुट्टी लेने की बजाए ड्यूटी करना जरूरी समझा। वहीं उनके स्वास्थ्य को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने उन्हें फील्ड में ना भेजने की बजाए बेटनोटी थाने में तैनात कर दिया। मौजूदा वक्त में महिला एसआई पूरी ईमानदारी के साथ वहां पर ड्यूटी कर रही हैं। वहीं तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी नवनीत सिकेरा ने महिला पुलिसकर्मी के इस जज्बे को सलाम किया है। उन्होंने फेसबुक पर उनकी फोटो पोस्ट करते हुए लिखा कि डीजीपी सर ने जब आठ माह की गर्भवती को ड्यूटी करते हुए देखा तो कहा कि आपको इस समय आराम करना चाहिए और घर पर रहना चाहिए।
महिला पुलिसकर्मी ने विनम्रता से उत्तर देते हुए कहा कि सर इस समय ड्यूटी नहीं की तो पूरी जिंदगी आत्मग्लानि रहेगी, इस वजह से मेरे लिए ड्यूटी पहले है। उन्होंने आगे लिखा कि डीजीपी सर और महिलाकर्मी दोनों ही बधाई के पात्र हैं। डीजीपी सर ने अपने नेतृत्व की सहृदयता दिखाई तो पुलिसकर्मी ने अपने कर्तव्य की कर्मठता। आईपीएस सिकेरा के अलावा भी बड़ी संख्या में लोगों ने इस महिला पुलिसकर्मी की फोटो शेयर की है। डीजीपी सर ने जब आठ माह की गर्भवती को डयूटी करते हुए देखा तो कहा कि आप को इस समय आराम करना चाहिए, आपको घर रहना चाहिए। महिला पुलिस कर्मी ने विनम्रता से उत्तर दिया सर इस समय डयूटी नहीं की तो पूरी जिंदगी आत्म ग्लानि रहेगी इसीलिए डयूटी फर्स्ट। डीजीपी सर और महिला कर्मी दोनों ही बधाई के पात्र हैं डीजीपी सर ने अपने नेतृत्व की सहृदयता दिखाई तो कर्मी ने अपने कर्तव्य की कर्मठता।
रिपोर्ट- नई दिल्ली डेस्क