सिकन्दरपुर (बलिया) एक तरफ पूरे देश में लॉकडाउन के दौरान अपनी जान की बाजी लगाकर लगातार काम कर रहे कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया जा रहा हैं। वहीं लॉकडाउन के दौरान अखबार बाटनें हेतु दुपहिया वाहन का परमीशन पास होने के बावजूद भी सिकन्दरपुर पुलिस ने शुक्रवार की सुबह एक समाचार पत्र विक्रेता को ही अपनें रडार पर ले लिया। इसकी सूचना मिलते ही मीडियाकर्मियो ने सम्बंधित चौकी इंचार्ज से बात भी की, लेकिन वे टाल-मटोल करते रहे। बताया जा रहा है कि सिकन्दरपुर में रामू कुमार चौहान नाम का लड़का समाचार पत्र बांटता है। अधिशासी अधिकारी द्वारा इसे पास भी दिया गया है। रोजाना की तरह शुक्रवार को भी रामू अखबार बांटने निकला था।
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रामू की एक ग्लैमर दुपहिया गाड़ी है। नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी द्वारा उसनें पास भी बनवाया है। जिससे वह लॉकडाउन के दौरान अखबार बांटने का कार्य करता है। इसी दौरान चौकी इंचार्ज ने शुक्रवार की सुबह में 500 रुपये का चालान काट दिया। जबकि रामू ने 'महोदय' को अपना पास भी दिखाया। समाचार पत्र गाड़ी पर ही था। इस कार्रवाई से समाचार पत्र विक्रेताओं में कड़ी नाराजगी है। वहीं दूसरी तरफ सिकंदरपुर के कुछ पुलिसकर्मी पत्रकारों से कवरेज के दौरान पूछने लगते हैं उनके अखबार का नाम क्या हैं। बताने पर कहते हैं कि यह कौन सा अखबार इसका तो हमने नाम ही नहीं सुना है। प्रशासन के इस रवैये से हॉकरों सहित क्षेत्रीय पत्रकारों में भी रोष व्याप्त है।
रिपोर्ट- बलिया ब्यूरों लोकेश्वर पाण्डेय