रतसर (बलिया) कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए स्थानीय ग्रामसभा के विभिन्न पुरवों में ब्लीचिंग पावडर व अन्य दवाओं के छिड़काव का कार्य शुक्रवार से प्रारंभ हुआ। ग्राम प्रधान स्मृति सिंह ने बताया कि सभी सफाईकर्मी रोस्टर व्यवस्था के अंतर्गत थे जो आज से हमारे ग्रामसभा में कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि ग्राम सभा के जो सबसे मलिन मजरें व पुरवें है उन्हें सबसे पहले सेनिटाइज कराया जाएगा। उसी सेनिटाइजेशन के क्रम में भैरोबांध, राजभर बस्ती और मध्य के घनी आबादी के खूले नालों में ब्लीचिंग का छिड़काव का कार्य सफाईकर्मियों द्वारा कराया जा रहा है ।
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यह पूछे जाने पर कि सेनिटाइजेशन का काम कब तक ही जायेगा उन्होंने कहा कि अगले पांच छः दिनों में पूरे ग्रामसभा को सेनेटाइज कर दिया जायेगा। उन्होने बताया कि स्थानीय प्रा० वि० नं०- 3 को कोरेंटाइन सेंटर बनाया गया है। जिसमें फिलहाल 16 कोरोना संदिग्धों को रखा गया है। लेकिन शासन प्रशासन स्तर से उनके रहने खाने पीने आदि की कोई व्यवस्था ना होने से कई तरह की दिक्कतें आ रही है। मानवीयता के आधार पर उनके द्वारा कोरेंटाइन सेंटर में रह रहे लोंगो की उचित देखभाल की जा रही है। ग्राम प्रधान स्मृति सिंह ने बताया कि संबंधित पुलिस अधिकारियों से कहने के बाद भी अबतक क्वारंटाइन सेंटर पर कोई सुरक्षा का इंतजाम नही किया गया है, बीच मे कुछ समय के लिए पुलिस आयी थी परंतु कुछ समय बाद चली गयी। किसी भी पुलिस जवान की यहां ड्यूटी नही लगाई गई है।
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अबतक स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना संदिग्धों की किसी तरह की जांच नही की जा सकी है। जांच के नाम पर अबतक केवल फिजिकल जाँच ही की गई है ,कोई किट नही है । आशा व आशा संगनी द्वारा इनका केवल नाम पता ही रजिस्टर किया गया है। किसी भी स्वास्थ्यकर्मी, आशा व ए एन एम की ड्यूटी नही लगाई गई है। कोरेंटाइन सेंटर पर आए हुए कोरोना संदिग्धों के भोजन के बारे में पूछे जाने पर ग्राम प्रधान स्मृति सिंह ने बताया कि शासन और प्रशासन की तरफ से इसके लिए कोई ऐसा बजट आवंटित नहीं है जिसमें उनके लिए भोजन आदि की व्यवस्था की जा सके। केवल मानवीय आधार पर इनको कोरेंटाइन सेंटर में रखने के लिए कहा गया है ताकि यदि वो संक्रमित है तो दूसरे लोग संक्रमित न हो सके और इस महामारी को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि कल उनके यहां भी कोई है नहीं तो उन्होंने इन लोगों के लिए स्वयं खाना बनाया।
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प्रा०वि०नं 3 के प्रभारी प्रधानाध्यापक जय प्रकाश सिंह से पूछने पर कि आप के विद्यालय को कोरेंटाइन सेंटर बनाया गया है तो वहाँ साफ -सफाई आदि की क्या व्यवस्था है, पर उन्होंने कहा कि विद्यालय परिसर को पूरी तरह से साफ सुथरा कर दिया गया है। कोरेंटाइन सेंटर में रहने वालों के भोजन के लिए विद्यालय के मिड डे मील के तहत आने वाले गेंहू व चावल को उपलब्ध करा दिया गया है और खाना बनाने के लिए रसोईयों को भी निर्देशित कर दिया गया है। क्वारंटाइन सेन्टरों पर होने वाले व्यय के बारें में मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश शासन द्वारा 3 अप्रैल 2020 को जारी शासनादेश में कहा गया है कि कोरोना वायरस के अंतर्गत कोरेंटाइन में रखे गए व्यक्तियों एवं निराश्रित जरूरतमंद व्यक्तियों पर व्यय की गई धनराशि आपदा राहत के अंतर्गत राजस्व विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई धनराशि से वहन किया जाय।
रिपोर्ट- बलिया ब्यूरो लोकेश्वर पाण्डेय