सिकंदरपुर (बलिया) कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के बीच देश व प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से अभी तक मजदूरों का पलायन रुकने का नाम नहीं ले रहा। सरकार मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए बसें चलाई जा रही हैं, फिर भी देश में लॉकडाउन लगने के बाद से ही देश व प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से मजदूरों का पलायन लगातार जारी है। रविवार को सिकन्दरपुर मे लगभग आधा दर्जन से ज्यादा मजदूरों को पैदल ही अपनें घरों को जाते देखा गया। फैजाबाद से छः दिन पूर्व पैदल ही चलें आ रहें अक्षय कुमार व दीपक कुमार राम निवासी डूमरहर बिहार ने बताया कि सरकार द्वारा मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए किसी भी प्रकार की बस की व्यवस्था नहीं मिली। बताया कि सिर्फ पुलिस वालों ने हमारी मदद की व हमें खाने व पीने को पानी मुहैया कराया।
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मध्यप्रदेश के अनूपपुर से पांच दिन पूर्व पैदल ही चलें आ रहें हरिन्दर साहनी व मुन्ना साहनी निवासी ऐलासगढ़ मनियर ने बताया कि हमारा सफर बहुत ही मुश्किलों भरा रहा। यहां तक कि पानी की एक- एक बूंद के लिए हमें तरस जाना पड़ा। रास्ते में दो चार जगहों पर पुलिस वालों ने ही हमारी मदद की व हमें खाने को दिया। वहीं चार दिन पूर्व ग्रेटर नोएडा से पैदल ही चले सत्यनारायण प्रजापति व संजय चौधरी निवासी मनियर ने बताया कि कुछ सफर तो हमने ट्रक वालों की मदद से तय किया और बाकी बचा सफर हम पैदल ही चल कर आ रहे हैं। बताया कि हमें बहुत खुशी है कि हमारी मेहनत रंग लाई है और हम लोग अब अपने गांव के नजदीक तक पहुंच गए हैं। हमें अब कुछ नहीं चाहिए हम सकुशल अपने घर पहुंच जाएं परिवारों के साथ रहें यही चाहिए। हमने बहुत ही बुरे दिन देखे हैं और बहुत कष्टों को झेले हैं।
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वहीं लॉक डाउन होने के कारण बाहर कमाने गए मजदूरों का पलायन लगातार जारी है, जिसके दृष्टिगत प्रशासन ने मुख्य बस स्टेशन चौराहे पर फंसे हुए यात्रियों के लिए यात्री निवास बनाया है। जिसमें दूरदराज से आने वाले या पैदल ही चलकर आने वाले यात्रियों को विश्राम की उचित व्यवस्था है। इस दौरान नगर पंचायत द्वारा साफ-सफाई तथा आइसोलेशन करा कर यात्री निवास को चुस्त-दुरुस्त करा दिया गया है।
रिपोर्ट- विनोद कुमार गुप्ता