सिकन्दरपुर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। तहसील क्षेत्र के हुसेनपुर बंशीबाजार मार्ग पर स्थित प्रकाश विद्या मंदिर में 14 सितंबर दिन शनिवार को हिन्दी दिवस बड़े ही उत्साह और जोशो-खरोश के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय में विभिन्न प्रकार के विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों और शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। हिन्दी दिवस का मुख्य उद्देश्य हिन्दी भाषा के महत्व और उसकी समृद्धि को समझाना और बच्चों को अपनी मातृभाषा के प्रति गर्व का अनुभव कराना था। कार्यक्रम की शुरुआत में विद्यालय के शिक्षक सर्वेश प्रजापति ने प्रातः कालीन सभा में हिन्दी भाषा की महत्ता और इसके इतिहास पर एक प्रेरणादायक भाषण के साथ की। विद्यालय के व्यवस्थापक मनीष कुमार सिंह ने अपने संबोधन में हिंदी को देश की पहचान बताते हुए कहा कि हिन्दी हमारी सांस्कृतिक धरोहर है, जिसे हमें सम्मान देना चाहिए और इसके प्रचार-प्रसार में भरपूर योगदान देना चाहिए। उन्होंने बच्चों को बोलचाल व शिक्षण कार्यो में हिन्दी के नियमित प्रयोग के लिए भी प्रोत्साहित किया। इस दौरान विद्यालय के विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
जिसमें हिन्दी कविताएं, नाटक, भाषण प्रतियोगिता व हिन्दी गीत शामिल थे। कक्षा 6, 7 व कक्षा 8 की छात्राओं ने हिंदी भाषा के विकास और उसकी चुनौतियों पर एक रोचक नाटक प्रस्तुत किया, जिसने सभी दर्शकों का मन मोह लिया। वहीं विद्यालय की हिन्दी साहित्य क्लब द्वारा आयोजित सुलेख लेखन (कक्षा 1 से 5) एवं वाद- विवाद प्रतियोगिता (कक्षा 6 से 10) में भी छात्रों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया। आयोजित कार्यक्रम के अंत में हिन्दी भाषा के प्रति बच्चों में और अधिक जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से बाल वाटिका की शिक्षिकाओं द्वारा कक्षाओं मे विभिन्न प्रकार की गतिविधियो का आयोजन किया गया। वहीं प्रधानाचार्या अंकिता सिंह ने कार्यक्रम के समापन पर सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों को हिन्दी भाषा को अपने दैनिक जीवन में अधिकतम प्रयोग करने का संदेश दिया और यह विश्वास व्यक्त किया कि आने वाली पीढ़ी हिन्दी भाषा को और समृद्ध करेगी। कार्यक्रम का संचालन एवं आयोजन संयुक्त रूप से सर्वेश प्रजापति, रजनीश यादव, शुभम कुशवाहा व पंकज यादव ने किया। कार्यक्रम के समापन पर व्यवस्थापक मनीष कुमार सिंह ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
रिपोर्ट- विनोद कुमार गुप्ता